Share Market: बाजार में चौथे दिन गिरावट जारी, सेंसेक्स 340 अंक टूटकर 58,000 के नीचे

Share Market: बाजार में चौथे दिन गिरावट जारी, सेंसेक्स 340 अंक टूटकर 58,000 के नीचे

मुंबई: घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला मंगलवार को लगातार चौथे दिन भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स करीब 340 अंक टूटकर 58,000 के नीचे बंद हुआ. अमेरिका में दो बैंकों के विफल होने के बाद वाहन, आईटी और वित्तीय शेयरों में गिरावट देखने को मिली. तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 337.66 अंक यानी 0.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ पांच महीने के निचले स्तर 57,900.19 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान, ऊंचे में 58,490.98 और नीचे में 57,721.16 अंक तक गया.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 111 अंक यानी 0.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ पांच महीने के निचले स्तर 17,043.30 अंक पर बंद हुआ. विश्लेषकों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने, निवेशकों के जोखिम वाली संपत्तियों से दूर होने तथा डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट से बाजार धारणा प्रभावित हुई. सेंसेक्स शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा को सर्वाधिक करीब तीन प्रतिशत का नुकसान हुआ. इसके अलावा टीसीएस, बजाज फाइनेंस, विप्रो, कोटक बैंक, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और टाटा मोटर्स भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे. दूसरी तरफ, टाइटन, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक और एल एंड टी लाभ में रहने वाले शेयरों में शामिल हैं. इनमें 0.93 प्रतिशत की तेजी रही. रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, ‘‘बाजार पर वैश्विक गतिविधियों का असर है. हमें बुधवार को शुरूआती कारोबार में अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़ों का असर देखने को मिलेगा. बाजार में हाल की गिरावट के बाद कुछ राहत की उम्मीद है.

उल्लेखनीय है कि अमेरिकी नियामकों ने 12 मार्च को सिग्नेचर बैंक को बंद करने का निर्णय किया. इससे ठीक दो दिन पहले सिलिकॉन वैली बैंक को बंद करने का फैसला किया गया था. इसका असर बाजार पर देखने को मिल रहा है. एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी काफी नुकसान में रहे. हालांकि यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में मिला-जुला रुख रहा. वालस्ट्रीट में प्रमुख सूचकांक सोमवार को नुकसान में रहे. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79.51 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 1,546.86 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे. इस बीच, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार विनिर्मित वस्तुओं, ईंधन और बिजली की कीमतों में नरमी से थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में घटकर दो साल से अधिक के निचले स्तर 3.85 प्रतिशत पर आ गयी. सोर्स- भाषा