जयपुर: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बुध ग्रह को एक राजकुमार माना जाता है, जिसे पराशर के वर्णन के अनुसार बुद्धि, तर्क क्षमता और अच्छे संचार कौशल वाला एक सुंदर युवा माना जा सकता है. बुध सिंह राशि में है और 2 अक्टूबर तक इसी में रहेगा. ज्योतिष में बुध को वाणी, बुद्धि, बिजनेस और लेन-देन का कारक ग्रह माना जाता है. 24 अगस्त को बुध सिंह राशि में रहते हुए वक्री हो गए हैं और 25 तारीख को सूर्य के नजदीक आने से अस्त भी हो हो गए हैं.
अनीष व्यास ने बताया कि 24 अगस्त 2023 को रात्रि 12:52 बजे सिंह राशि में बुध ग्रह वक्री हो गए हैं. 24 अगस्त को बुध सिंह राशि में रहते हुए वक्री हो गए हैं और 25 तारीख को सूर्य के नजदीक आने से अस्त भी हो गए हैं. 15 सितंबर को उदय होकर 16 तारीख को मार्गी हो जाएगा. इस तरह बुध की स्थिति में लगातार बदलाव होता रहेगा. बुध का वक्री होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि ऐसी स्थिति में बुध का असर और बढ़ जाएगा. ये ग्रह संचार व्यवस्था, वाणी, कम्युनिकेशन, लेखन, गणित तथा तार्किक कार्यों का संचालन करता है. बुध के वक्री हो जाने से बात का बतंगड़ बन जाता है. लड़ाई झगड़े, विवाद तथा गलतफहमियां भी बुध की वजह से पैदा होती हैं. जो लोग दिमाग का प्रयोग अधिक करते हैं उन्हें समस्या आती है और निर्णय लेने में परेशानी भी होती है. वक्री बुध केवल अशुभ ही नहीं बल्कि शुभ फल भी देता है. वक्री बुध के असर से बिजनेस में फायदा और धन लाभ होता है. इनकम सोर्स बढ़ते हैं. विवादों में विजय मिलती है.
ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि बुध के खराब परिणामों में फैसला लेने की क्षमता न होना, सिर दर्द, त्वचा आदि के रोग हो सकते हैं. अगर आपकी कुंडली में बुध ग्रह अच्छा है तो आपको वाणी, शिक्षा, शिक्षण, गणित, तर्क में लाभ मिलता है. वक्री बुध से जीवन पर कई प्रभाव पड़ता है. जातक अकस्मात होने वाले परिवर्तन में कुछ अनचाहे फैसला ले सकता है. यह परिस्थितियों के हिसाब से लिए जाने वाले निर्णय बाद में परेशानी कर सकते हैं. बुध का वक्री होना जातक की बुद्धि, वाणी, अभिव्यक्ति, शिक्षा और साहित्य के प्रति लगाव को प्रभावित करता है. बुध अपनी दशा व अन्तरदशा में मौलिक चिंतन और सृजनात्मकता में वृद्धि करता है. बुध का वक्री चाल कुछ राशियों के लिए लाभदायक रहेगा. उन्हें इस दौरान अपार सफलता मिलेगी.
कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि बुध ग्रह हमारी जन्म कुंडली में स्थित 12 भावों पर अलग-अलग तरह से प्रभाव डालता है. इन प्रभावों का असर हमारे प्रत्यक्ष जीवन पर पड़ता है. वहीं सप्ताह में इसका दिन बुधवार माना गया है साथ ही इस दिन के और इस ग्रह के कारक देव श्री गणेश जी माने जाते हैं. बुध ग्रह शुभ ग्रहों (गुरु शुक्र और बली चंद्रमा) के साथ होता है तो यह शुभ फल देता है और क्रूर ग्रहों (मंगल केतु शनि राहु सूर्य) की संगति में अशुभ फल देता है. बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है. कन्या इसकी उच्च राशि भी है जबकि मीन इसकी नीच राशि मानी जाती है. 27 नक्षत्रों में बुध को अश्लेषा ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र का स्वामित्व प्राप्त है. हिन्दू ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि तर्क संवाद गणित चतुरता और मित्र का कारक माना जाता है. सूर्य और शुक्र बुध के मित्र हैं जबकि चंद्रमा और मंगल इसके शुत्र ग्रह हैं.
क्या होगा प्रभाव:-
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि बुध वक्री होने से मिसकम्युनिकेशन होगा. लोगों के बीच समन्वय का अभाव रहेगा. व्यापार में उतार चढ़ाव होगा. कीमतों में वृद्धि होगी. नर्वस सिस्टम, नसों में दर्द और इंफेक्शन रोग होने की संभावना.छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखना. रास्ता भूल जाना या भटक जाना जैसी घटनाएं होगी. बैंक से संबंधित कार्य पर सावधानी रखें. नुकसान होने की संभावना. सोच समझकर अपनी वाणी का प्रयोग करें. राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहेगा. जिससे कई चीजों के दाम बढ़ सकते हैं. लेन-देन और निवेश में नई संभावनाएं मिलेंगी. वहीं, मौसम में भी अचानक बदलाव होने के योग हैं. देश में कई जगहों पर अचानक बारिश हो सकती है. लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है.
बुध के उपाय:-
कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि बुध से पीड़ित व्यक्ति को मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए और साबूत हरे मूंग का दान करना चाहिए. बुधवार के दिन गणपति को सिंदुर चढ़ाएं. बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं. दूर्वा की 11 या 21 गांठ चढ़ाने से फल जल्दी मिलता है. पालक का दान करे. बुधवार को कन्या पूजा करके हरी वस्तुओं का दान करे.
मिथुन, तुला, धनु, कुंभ और मीन राशि के लिए शुभ:-
भविष्यवक्ता डॉ अनीष व्यास ने बताया कि सिंह राशि में बुध के वक्री होने से मिथुन, तुला धनु, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों के लिए अच्छा समय रहेगा. इन राशियों के लोगों को जॉब और बिजनेस में आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे. रुका हुआ पैसा मिलने के भी योग बन रहे हैं. लेन-देन और निवेश में फायदा हो सकता है. इसके अलावा इन राशियों के लोग बड़े कामकाज की योजनाएं बनाएंगे. इन लोगों की तर्क शक्ति भी बढ़ेगी.
मेष, वृष, कर्क, सिंह, कन्या, वृश्चिक और मकर राशि के लिए अशुभ:-
कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि बुध की चाल में बदलाव होने से मेष, वृष, कर्क, सिंह, कन्या, वृश्चिक और मकर राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा. इन सात राशियों के लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है. सेविंग खत्म होने और निवेश में नुकसान होने की आशंका है. लेन-देन में भी सावधानी रखनी होगी. किस्मत का साथ नहीं मिल पाएगा. नसों से संबंधी रोग हो सकते हैं. नौकरीपेशा लोगों के कामकाज में बदलाव और स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं.