जयपुर: जलदाय मंत्री महेश जोशी ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि गजेंद्र सिंह अड़चन डालकर पीएम को गुमराह करते हैं और ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करा रहे. महेश जोशी ने कहा कि राजस्थानी होने के नाते कोई कमी हो तो उनको कमी ढांपनी चाहिए थी लेकिन वे राजस्थान के खिलाफ माहौल बनाने में जुटे हैं.
राजधानी जयपुर में कृषि अनुसंधान संस्थान, दुर्गापुरा स्थित सभागार में आज से अटल भूजल योजना पर कार्यशाला की शुरुआत हुई. जलदाय मंत्री महेश जोशी ने इस कार्यशाला का उद्घाटन किया. इस मौके पर महेश जोशी ने राजस्थान की विषम परिस्थितियों का जिक्र करने के साथ ही केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर हमले किए.
महेश जोशी ने कहा कि गजेंद्र सिंह को राजस्थानी होने का धर्म निभाते हुए ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करानी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि शेखावत जांच में सहयोग ही नहीं करते, न ही एसीबी को वॉइस सैंपल देते है. वे सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं. महेश जोशी ने कहा कि गजेंद्र सिंह को संजीवनी की सच्चाई बतानी चाहिए.
वहीं अटल भूजल योजना पर आयोजित कार्यशाला को लेकर महेश जोशी ने कहा कि राजस्थान में भूजल की स्थिति बहुत खराब है. हम JJM में हर घर कनेक्शन तो दे देंगे, लेकिन नल के लिए जल कहां से लाएंगे. आबादी के हिसाब से हमारा ग्राफ ऊपर जा रहा है, लेकिन भूजल की हिसाब से ग्राफ नीचे जा रहा है. महेश जोशी ने कहा कि राम भले रूठ जाए लेकिन राज नहीं रूठना चाहिए. इसी तरह केंद्र से उम्मीद है कि हमारी बात सुने और ERCP को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करें.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी होने के नाते मुझे राजस्थान के हर कोने में जाने का मौका मिला और मैंने पाया कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान में पानी की समस्या विकट है. राजस्थान में पशुधन भी ज्यादा है, इसलिए पानी की जरूरत भी ज्यादा है. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि जनता को भी इसमें सहयोग करना चाहिए. इस दो दिवसीय कार्यशाला में भूजल प्रबंधन के क्षेत्र में हो रहे अभिनव कार्यों के बारे में चर्चा हुई. विषय विशेषज्ञ कल भी चर्चा करेंगे एवं प्रस्तुतीकरण दिए जाएंगे. इस कार्यशाला में विभिन्न राज्यों से करीब 100 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं.