Udaipur News: हॉस्पिटल परिसर में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, मां बनने पर हुआ खुलासा, तांत्रिक सहित 3 गिरफ्तार

उदयपुर : उदयपुर के सलूंबर में 15 साल की एक नाबालिग लड़की से गैंगरेप और उसके मां बनने का मामला सामने आया है. नाबालिग के साथ सलूंबर जिला मुख्यालय हॉस्पिटल परिसर में कई बार गैंगरेप हुआ. सबसे हैरानी वाली बात ये है कि पुलिस तक यह मामला पहुंचा लेकिन पुलिस ने इसे दबाए रखा. नाबालिग के साथ एक तांत्रिक, हॉस्पिटल पार्किंग कर्मचारी सहित एक डॉक्टर पर भी रेप का आरोप लगा है. जिन्होंने नाबालिग के साथ कई बार गैंगरेप किया.

पुलिस ने फिलहाल तांत्रिक लक्ष्मण मोगिया, रोहित और हरीश को गिरफ्तार किया है. रोहित और हरीश हॉस्पिटल में पार्किंग का काम करते हैं. साथ ही एक नाबालिग को डिटेन किया. डॉक्टर सहित अन्य रसूखदारों का नाम नहीं बताने पर नाबालिग और उसके परिजनों पर भारी दबाव बनाया जा रहा है. 

पुलिस ने 2 माह तक दबाया मामला, एफआईआर के 20 दिन बाद पकड़ा आरोपी
नाबालिग ने 6 जून 2023 को जिला हॉस्पिटल में बेटी को जन्म दिया. प्रसव डॉ नरेन्द्र कुमार शर्मा ने करवाया. इस दौरान नाबालिग के पास ममता कार्ड आदि दस्तावेज नहीं होने पर जब उन्हें पता लगा कि नाबालिग अविवाहित है तो डॉक्टर ने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने नाबालिग के बयान लिए लेकिन मामला वहीं दबा दिया.

फिर 6 जुलाई 2023 को नाबालिग के नाना और नानी थाने पहुंचे. मामला दर्ज कराया गया. तब पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई लेकिन मामले को उजागर नहीं होने दिया. पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के 20 दिन बाद आरोपी तांत्रिक खेरवाड़ा निवासी लक्ष्मण मोगिया को गिरफ्तार किया. साथ ही हॉस्पिटल पार्किंग में काम करने वाले आरोपी रोहित, हरीश को भी गिरफ्तार कर लिया. साथ ही एक नाबालिग को डिटेन किया. 

नाबालिग की बीमारी ठीक करने के बहाने पीड़ित परिवार से सम्पर्क साधा
तांत्रिक लक्ष्मण मोगिया सलूंबर में हॉस्पिटल के पास ही रहता था और जलदाय विभाग में ठेके की नौकरी करता था. इसी दौरान वह नाबालिग और उसके परिवार के संपर्क में आया. उसने तंत्र विद्याओं से नाबालिग की बीमारी ठीक करने का झांसा देकर दुष्कर्म किया. इसके बाद हॉस्पिटल पार्किंग में काम करने वाले कर्मचारी सहित कई लोगों ने गैंगरेप किया. पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने हॉस्पिटल परिसर में कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया. 

पिता ने लगाई थी मदद की गुहार 
घटना के बाद पीड़िता के पिता ने सलूंबर विकास मंच के संस्थापक व पार्षद धर्मेन्द्र शर्मा से मदद मांगी. पिता ने उन्हें बताया कि वह 6000 रु. महीने कमाता है. दो बेटे और एक बेटी है. इतने बड़े परिवार को वह कैसे पालेगा. अविवाहित बेटी को कौन अपनाएगा. उन्होंने सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की. 

सलूंबर थानाधिकारी बोले-हमें एक माह बाद रिपोर्ट दी
मामले में सलूंबर थानाधिकारी प्रदीप बिठु का कहना है कि परिवार ने एक माह बाद रिपोर्ट दी. जिस पर जांच करते हुए कार्रवाई की गई. हम तत्कालीन मुकदमा दर्ज करने को भी थे. चारों आरोपियों व नाबालिग का डीएनए जांच के लिए भेजा है. इसके बाद स्पष्ट होगा कि पीड़िता की बेटी का वास्तवित पिता कौन है.