PM: मोदी अमेरिका में करेंगे भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों की भूमिका पर बात

वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले सप्ताह यहां भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करने के दौरान भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों की भूमिका पर बात करेंगे. कार्यक्रम की मेजबानी करने वाले एक सामुदायिक नेता ने यह जानकारी दी.

बाइडन दंपत्ति करेंगे राजकीय रात्रिभोज में मोदी की मेजबानी: 

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 21-24 जून तक अमेरिका की यात्रा करने वाले हैं. बाइडन दंपत्ति 22 जून को राजकीय रात्रिभोज में मोदी की मेजबानी करेंगे. इस यात्रा में 22 जून को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करना भी शामिल है.  अगले सप्ताह के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए बुधवार को वाशिंगटन डीसी में रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग स्थल पर मौजूद शिकागो के डॉ. भरत बरई ने कहा कि कार्यक्रम की सभी टिकटें बिक चुकी हैं, तथा सभी 838 सीटों के लिए पंजीकरण पूरा हो गया है.

मोदी करेंगे देश भर से आमंत्रित समुदाय के नेताओं की सभा को संबोधित:

मोदी 23 जून को वाशिंगटन में रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग एंड इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर में देश भर से आमंत्रित समुदाय के नेताओं की सभा को संबोधित करेंगे. बरई ने कहा कि विषय ‘भारत की विकास गाथा में प्रवासी भारतीयों की भूमिका’ है. हम देखना चाहते हैं कि एक प्रवासी के रूप में भारत और भारत के लोगों की मदद के वास्ते हम क्या कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि समुदाय के लोग ऐसे दूरदर्शी और निरंतर काम करने वाले व्यक्ति को लेकर बेहद उत्साहित हैं, जिन्होंने भारत को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया है. इतना ही नहीं, उन्होंने भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है.

अक्टूबर माह को हिंदू विरासत माह के तौर पर मनाया जाए- अमिताभ मित्तल:

शिकागो से अमिताभ मित्तल ने आधिकारिक राजकीय यात्रा पर मोदी को आमंत्रित करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि वह (मोदी) काम करने वाले व्यक्ति हैं. उन्होंने भारत में बड़ा बदलाव लाया. मित्तल ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री अक्टूबर को 'हिंदू विरासत माह' के तौर पर मनाने की घोषणा करेंगे. उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में उनके दो बार पत्र मिले हैं लेकिन अब चूंकि वह स्वयं आ रहे हैं तो मैं उन्हें याद दिलाना चाहूंगा कि अक्टूबर माह को हिंदू विरासत माह के तौर पर मनाया जाए. सोर्स भाषा