संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले- मनुष्य जाति का विकास तो हो रहा है लेकिन मनुष्य का अस्तित्व रहेगा या नहीं विकट प्रश्न

संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले- मनुष्य जाति का विकास तो हो रहा है लेकिन मनुष्य का अस्तित्व रहेगा या नहीं विकट प्रश्न

जयपुरः संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जयपुर के SMS इंडोर स्टेडियम में एकात्म मानवदर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की. "वर्तमान वैश्विक परिदृश्य एवं एकात्मक मानव दर्शन" कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि  एकात्मक मानव वाद 60 वर्ष का हो गया है.

सनातन तत्व के प्रकाश में आज की स्थिति का विश्लेषण जरूरी है. आज वैश्विक स्तर पर हो रहे युद्धों के तरीके बदले हैं. जितनी दवाइयां निकली उतनी ही बीमारियां निकली हैं. कुछ बीमारियां दवाइयों के कारण ही होती हैं. मनुष्य की प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है.

मनुष्य जाति का विकास तो हो रहा है लेकिन मनुष्य का अस्तित्व रहेगा या नहीं विकट प्रश्न है. 4 फीसदी लोग विश्व की 80 फीसदी संसाधनों का उपभोग कर रहे हैं. दुनिया में अमीर और अमीर होता जा रहा है, गरीब और गरीब होता जा रहा है. 

राष्ट्रीयता के कारण दुनिया में युद्ध हो रहे हैं. पर्यावरण का विनाश तेज गति से हो रहा है. बलवानों की लड़ाई के कारण बाकियों को कष्ट उठाना पड़ रहा है. वैश्विक समुदाय को इन समस्याओं का उपाय भारत से मिलने की उम्मीद है.