हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने समय से पहले दी दस्तक, कई इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन

शिमला: हिमाचल प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने शनिवार को दस्तक दी, जिसकी वजह से राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश हुई. राज्य में भारी बारिश की वजह से कई स्थानों पर भूस्खलन, सड़क बाधित हाने, वाहनों के क्षति पहुंचने और पेयजल आपूर्ति बाधित होने की सूचना है और शिमला-कालका रेल मार्ग पर रेलगाड़ियों को रद्द करना पड़ा है. स्टेशन मास्टर जोगिंदर सिंह ने बताया कि कैथलीघाट से धर्मपुर रेलवे स्टेशन के बीच बारिश के बाद भूस्खलन से रेलमार्ग बाधित हो गया है जिसकी वजह से शिमला-कालका मार्ग पर चलने वाली सभी सात रेलगाड़ियों की सेवा रद्द कर दी गई. उन्होंने साथ ही देर शाम पटरियों पर से मलबा हटा लिए जाने की उम्मीद जताई.

चंबा जिले में ऊंचाई वाले स्थान पर हिमस्खलन से लगभग 300 बकरियों की मौत हो गई तथा 50 अन्य जख्मी हुई हैं.शिमला में पानी के साथ मलबा और पत्थर आने से एक मकान को नुकसान पहुंचा और सड़क किनारे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने कहा कि शहर में अगले कुछ दिनों तक जलापूर्ति प्रभावित रहेगी. राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार से मध्यम से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में सिरमौर, सोलन, शिमला, बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.

मौसम कार्यालय ने 25 और 26 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी से ‘बहुत भारी' बारिश होने, गरज के साथ बारिश होने, और छिटपुट स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका व्यक्त करते हुए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है. वहीं, 27 और 28 जून को गरज के साथ बारिश होने का अनुमान जताते हुए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि राज्य के मंडी जिले के कटौला में 163.3 मिलीमीटर (मिमी), सिंहुता में 160 मिमी, कसौली में 145 मिमी, कांगड़ा में 143.5 मिमी बारिश दर्ज की गई.इसके अलावा, राजधानी शिमला में 99.2 मिमी, गोहर में 81 मिमी, जुब्बड़हट्टी में 76.5 मिमी, पंडोह में 74 मिमी, सुंदरनगर में 70 मिमी, पच्छाद में 65.2 मिमी, मंडी में 58.5 मिमी, कुफरी में 58 मिमी, धर्मशाला में 48.5 मिमी, सोलन में 44 मिमी और नाहन में 39 मिमी बारिश दर्ज की गई.

राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र ने बताया कि भारी बारिश की वजह से शिमला में ठियोग के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-5 सहित 20 सड़कें अवरुद्ध हो गईं. राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार से मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है.अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि शिमला के मध्य कृष्णा नगर इलाके में एक मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. घटना शनिवार सुबह करीब चार बजे हुई. उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.उन्होंने बताया कि चंबा जिले के भरमौर इलाके में कुगती जोत के पास हुए हिमस्खलन में लगभग 290 बकरियों की मौत हो गई और लगभग 50 अन्य घायल हो गईं. ये बकरियां नौ गड़रियों की थीं.

शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने बताया कि जल स्रोतों में भारी गाद के कारण अगले कुछ दिनों में जलापूर्ति प्रभावित होगी. उन्होंने लोगों से पानी का विवेकपूर्ण इस्तेमाल करने का अनुरोध किया है.उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में पानी में हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी पनप सकते हैं. इसलिए, आम जनता को पीलिया, हैजा और अन्य पेट संबंधी बीमारियों से बचने के लिए पानी को 10 मिनट तक उबालकर पीने की सलाह दी जाती है. मौसम विभाग ने जल निकासी की व्यवस्था करने की सलाह दी है ताकि भारी बारिश के दौरान जल जमाव से बचा जा सके और आगाह किया है कि खड़ी फसलों, फलदार पौधों को नुकसान हो सकता है. सोर्स भाषा