जयपुर: राजस्थान में फिर से मानसून एक्टिव होगा. 6 जुलाई से बारिश का दौर शुरू होगा. उत्तर पूर्वी राजस्थान के हिस्सों में झमाझम बारिश होगी. अजमेर, भरतपुर, कोटा, जयपुर, उदयपुर संभाग के जिलों में बारिश होगी. 6 से 7 जुलाई के बीच अधिकांश जिलों में अच्छी बारिश होगी. कुछ स्थानों पर 60 एमएम से 80 एमएम तक बारिश होने की संभावना जताई गई है. जानकारी के मुताबिक प्रदेश में एक और नया मानसून स्पैल एक्टिव होगा. बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाओं के सक्रिय होने से बारिश होगी.
प्रदेश में मानसून मेहरबान:
5 व 6 जुलाई को पूर्वी राजस्थान के कोटा,उदयपुर,अजमेर और जयपुर सहित भरतपुर संभाग में बारिश होगी. 7 जुलाई से बारिश की गतिविधियों में ज्यादा बढ़ोतरी होगी. पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश व भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. वहीं 6-7 जुलाई को पश्चिमी राजस्थान में बारिश होगी. जोधपुर और बीकानेर संभाग में फिर से एक्टिव मानसून होगा. प्रदेश में मानसून मेहरबान रहा. इस बार अब तक 142 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई. अब तक प्रदेश में 170.6 एमएम बारिश हुई. जबकि गत सालों में अब तक 70.5 एमएम बारिश होती थी. प्रदेश में मानसून को आए हुए सिर्फ 11 दिन हुए हैं. ऐसे में बचे हुए मानसून के सीजन में राजस्थान में अच्छी बारिश होगी.
प्रदेश के बड़े बांधों का जलस्तर:
इस बार अच्छी बारिश होने से प्रदेश के बड़े बांधों का जलस्तर बढ गया हैं. राणाप्रताप सागर पूर्ण भराव क्षमता 352.81 मीटर के मुकाबले 351.51 मीटर, कोटा बैराज पूर्ण भराव क्षमता 260.30 मीटर के मुकाबले 260.08 मीटर, जवाहर सागर पूर्ण भराव क्षमता 298.70 मीटर के मुकाबले 296.75 मीटर, माही बजाज सागर पूर्ण भराव क्षमता 281.50 मीटर के मुकाबले 269.65 मीटर, बीसलपुर बांध पूर्ण भराव क्षमता 315.50 मीटर के मुकाबले 313.27 मीटर, पार्वती डेम पूर्ण भराव क्षमता 223.41 मीटर के मुकाबले 218 मीटर, जवाई डेम पूर्ण भराव क्षमता 18.67 मीटर के मुकाबले 13.49 मीटर, सोम कमला अम्बा पूर्ण भराव क्षमता 13 मीटर के मुकाबले 10.20 मीटर, जाखम डेम पूर्ण भराव क्षमता 31 मीटर के मुकाबले 17.05 मीटर, मेजा डेम पूर्ण भराव क्षमता 9.14 मीटर के मुकाबले 2.04 मीटर हैं.