नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समुद्र आधारित अंत: वायुमंडलीय इंटरसेप्टर मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण सफल होने पर सोमवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना को बधाई दी.
ओडिशा के तट से डीआरडीओ और भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया. नौसेना की ओर से इस सफलता को लेकर किए गए एक ट्वीट के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करने के लिए हमारे वैज्ञानिकों को उनके निरंतर धैर्य और दृढ़ संकल्प के लिए बधाई. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक डीआरडीओ और भारतीय नौसेना ने 21 अप्रैल, 2023 को बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के तट पर समुद्र आधारित एंडो-ऐटमौस्फेयरिक बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा (बीएमडी) इंटरसेप्टर की पहली उड़ान परीक्षण का सफलतापूर्वक संचालन किया.
मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण का उद्देश्य दुश्मन के बैलिस्टिक मिसाइल खतरे के प्रभाव को लक्षित करना और नष्ट करना था. यह भारतीय नौसेना को बीएमडी क्षमताओं वाले देशों के विशिष्ट समूह में स्थान दिला सकता है. इससे पहले, डीआरडीओ ने सतह आधारित बीएमडी प्रणाली की क्षमता का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया था और इस तरह दुश्मन की तरफ से आने वाली बैलिस्टिक मिसाइल के खतरों को बेअसर करने की क्षमता हासिल की थी. सोर्स- भाषा