जयपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राजस्थान के अजमेर जिले में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे. उनकी यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच मतभेद से जूझ रही है. हालांकि सोमवार को कांग्रेस ने गहलोत और पायलट की पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं तथा उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा.
कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने यह भी कहा था कि गहलोत और पायलट पार्टी के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं. हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया था. मोदी बुधवार को अजमेर जिले में भाजपा सरकार के शासन में नौ साल पूरे होने पर एक महीने के अभियान की शुरुआत करेंगे. राजस्थान में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होंगे. मोदी बुधवार को किशनगढ़ हवाई अड्डे पहुंचेंगे, वहां से वह हेलीकॉप्टर से तीर्थ नगरी पुष्कर जाएंगे. पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ब्रह्मा मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे और पुष्कर के घाट पर जाएंगे. पुष्कर से वह हेलीकॉप्टर से जयपुर रोड स्थित कायड विश्राम स्थली जाएंगे जहां वह अभियान की शुरुआत करेंगे और रैली को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री की सभा के दौरान केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, पार्टी के प्रदेश नेता, सांसद, विधायक एवं अन्य पार्टी नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे.
अजमेर उत्तर से भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. प्रधानमंत्री की विशाल रैली के लिए अजमेर, नागौर, टोंक, भीलवाड़ा, राजसमंद, जयपुर और पाली के सात जिलों की 45 विधानसभा क्षेत्रों और आठ लोकसभा क्षेत्रों से पार्टी कार्यकर्ता जुटेंगे. इन 45 विधानसभा सीटों में से 21 पर कांग्रेस, 19 पर भाजपा,तीन पर निर्दलीय और दो पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का कब्जा है. प्रधानमंत्री की अजमेर यात्रा इस महीने की शुरुआत में उनके राजसमंद और सिरोही दौरे के तुरंत बाद हो रही है. सोर्स- भाषा