Naresh Meena Slap Case: नरेश मीणा गिरफ्तार, लोगों ने फेंके पत्थर, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

Naresh Meena Slap Case: नरेश मीणा गिरफ्तार, लोगों ने फेंके पत्थर, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

टोंकः देवली-उनियारा के समरावता में थप्पड़ कांड के बाद उपद्रव-आगजनी मामले में नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया है. वज्रवाहन मैं बिठाकर नरेश मीणा को ले जाया जा रहा है. हालांकि नरेश मीणा ने कहा, मैं सरेंडर नहीं करूंगा. वहीं लोगों ने पुलिस पर पथराव किया. गिरफ्तारी के दौरान लोगों ने पत्थर फेंके. 
ऐसे में जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े है. पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद की अपील की है. 

सरकारी कामकाज ठपः
पूरे प्रदेश में काफी हद तक सरकारी कामकाज ठप हो गया है. प्रदेशभर में RAS अधिकारी कार्य बहिष्कार कर रहे है. सालों बाद RAS अधिकारी स्ट्राइक कर रहे है. RAS अधिकारियों को अन्य सेवाओं के कार्मिकों का भी समर्थन मिल रहा है. सचिवालय कर्मचारी संघ अध्यक्ष बुद्धि प्रकाश शर्मा ने कहा कि हम पूरी तरह से RAS एसोसिएशन के साथ है. कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया जाएगा. कर्मचारियों से एसोसिएशन का साथ देने को कहा गया है. RAS एसोसिएशन के बाद तहसीलदार संघ ने हड़ताल की घोषणा की है. नरेश मीणा की गिरफ्तारी नहीं होने तक अधिकारी हड़ताल पर अड़े है. RAS एसोसिएशन ने राजकार्य बहिष्कार का ऐलान किया है. पूरे प्रदेश में प्रशासनिक सेवा के अधिकारी लामबंद हो रहे है. सचिवालय में RAS बापू की प्रतिमा के बाहर जुटे है. 

पुलिस पर पथराव और आगजनीः
देर रात प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया और पुलिस पर पथराव किया. जिसके बाद पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. साथ ही नरेश मीणा को हिरासत में लिया गया. पुलिस ने भारी हंगामे के बीच नरेश को हिरासत में लिया था. लेकिन फरार हो गया. नरेश के समर्थकों ने मौके पर पुलिस पर पथराव किया. पथराव में कई पुलिस जवानों को भी चोटें आई. कई घायल STF जवान भी घायल हुए. जिन्हें इलाज के लिए टोंक के सआदत अस्पताल लाया गया. सआदत अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जवानों का उपचार किया गया. 

जवानों ने गांव में किया रूट मार्चः
समरावता में फिलहाल तनावपूर्ण शांति देखी जा रही है. पुलिस और STF के जवानों ने गांव में रूट मार्च किया. रूट मार्च के जरिए क्षेत्र में कानून और शांति व्यवस्था की बहाली का संदेश दिया. समरावता के ग्रामीणों में भी भारी आक्रोश का माहौल है. 50 ज्यादा वाहनों को फूंका गया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के वाहनों को आग के हवाले कर दिया. रात के तांडव के बाद सड़क पर जले हुए और टूटे हुए वाहन पड़े हैं.