नई दिल्ली : नए बैंकों के प्रवेश और कुछ बैंकों के विलय पर विचार किया जा रहा है. केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक के बीच बातचीत हो रही है. भारत 2027-2028 में विश्व की तीसरी आर्थिक शक्ति बन सकता है.
ऐसे में जोखिम से निपटने के लिए फाइनेंशियल सिस्टम की जरूरत है. फाइनेंशियल सिस्टम जोखिम उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए, पिछले एक दशक सें नए बैंकों के लाइसेंस जारी नहीं हुए हैं. गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) को मंजूरी मिल सकती है.