पार्ट टाइम जॉब’ का सब्जेक्ट आज तक किसी ने नहीं छुआ :  राजेश जैन

नई दिल्ली, 29 मई।देश के जाने माने हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर और फिल्म निर्माता राजेश जैन का मानना है कि आने वाला समय शॉर्ट फिल्मों का है,क्योंकि भागती दौड़ती जिंदगी के बीच लोग सिनेमाघर मे नहीं बल्कि मोबाइल और ओटीटी प्लेटफार्म पर फिल्में देख रहे हैं. दिल्ली के रहने वाले हस्तशिल्प कारोबारी राजेश जैन की प्रोड्यूस की नयी शॉर्ट फिल्म ‘पार्ट टाइम जॉब’ जल्द रिलीज हो रही है। इससे पहले राजेश जैन ‘ब्लू माउंटेंस’ को प्रोड्यूस कर चुके हैं, जिसमें ग्रेसी सिंह और रणवीर शौरी ने मुख्य भूमिका निभाई थी। उनका बनाया सीरियल ‘अनुगामिनी’ दूरदर्शन पर सुपरहिट रहा था.


‘पार्ट टाइम जॉब’ में ऐसा क्या है कि उन्होंने इसे बनाने का ख्याल आया ? राजेश जैन कहते हैं, ‘पीयूष पांडे मेरे पुराने मित्र हैं। वो ब्लू माउंटेंस फिल्म के एसोसिएट डायरेक्टर रहे हैं। उन्होंने मुझे एक कहानी सुनाई। ये कहानी एक ऐसे बच्चे की थी, जिसके माता पिता अतिरिक्त आय के लिए पार्ट टाइम जॉब करते हैं और उपेक्षित बच्चा एक ऐसी दुनिया को खोज लेता है, जिसकी कल्पना हम नहीं कर सकते. फिल्म का एंड बहुत शॉकिंग था. ये मैं बता नही सकता लेकिन मैं इतना दावे से कह सकता है कि ये एक मौलिक कहानी थी और ये सब्जेक्ट आजतक सिनेमा में नहीं आया था। बस, यहीं से मैंने फिल्म प्रोड्यूस करने को हां कह दिया.


‘पार्ट टाइम जॉब’ में श्रेया नारायण और हेमंत माहौर मुख्य भूमिका में हैं। क्या इसका चुनाव भी कुछ सोचकर किया गया है? राजेश जैन कहते हैं, ‘कलाकारों समेत पूरी टीम का चयन निर्देशक ने ही किया है और अच्छी बात ये है कि सब बहुत अनुभवी और प्रोफेशनल हैं। श्रेया नारायण ने तो साहब बीवी और गैंगगस्टर, यारा, सुपरनानी, रॉक स्टार जैसी तमाम फिल्में की हैं। हेमंत माहौर  एनएसडी के छात्र रहे हैं,जिन्हें आप लोगों ने फैंटम,हाईवे समेत कई फिल्मों में देखा होगा। बच्चे का किरदार मास्टर प्रवर ने निभाया है,और उसने बहुत अच्छी एक्टिंग की है। फिल्म में आर्ट डायरेक्शन बोइशाली सिन्हा का है,जिन्होंने गब्बर इज बैक और राउडी राठौर जैसी कई बड़ी फिल्मे की हैं. 


राजेश जैन हस्तशिल्प कारोबारी हैं लेकिन उनका फिल्मों की तरफ रुझान कैसे हुआ। इस सवाल के जवाब में राजेश जैन कहते हैं, ‘मैंने कोलकाता से सीए करने के बाद दिल्ली में अपना काम शुरु किया पहले मार्बल का काम किया और फिर अचानक एक हस्तशिल्प निर्यात का ऑर्डर मिला और फिर एक्सपोर्ट का काम शुरु हो गया। मेरी फिल्मों में रुचि थी, लेकिन पता नहीं था कि कैसे फिल्मों से जुड़ा जाए जाने माने निर्देशक ओनिर जब आई एम फिल्म बना रहे थे तब उन्हें को प्रोड्यूसर्स की जरुरत थी मुझे ये बात पता चली और मैं सह निर्माता बन गया। इसके बाद मैंने ब्लू माउंटेंस प्रोड्यूस की। फिर दूरदर्शन पर कुछ सीरियल प्रोड्यूस किए। अब पार्ट टाइम जॉब आ रही है। इसके बाद एक और शॉर्ट फिल्म पर काम चल रहा है.


राजेश जैन की फिल्म ब्लू माउंटेंस पर एक बच्चे पर केंद्रित थी,जो रिएलिटी शो में तेजी से फाइनल में पहुंचने के बाद हार जाता है और फिर उसकी मनोदशा बदल जाती है. पार्ट टाइम जॉब भी एक बच्चे की कहानी है,जो माता पिता से उपेक्षित महसूस कर रहा है। क्या बच्चों पर फिल्म बनाने का कोई खास उद्देश्य है। इस सवाल के जवाब में राजेश जैन कहते हैं, ‘हां इसकी एक वजह है। वो ये कि जब मैंने आई एम में पैसा लगाया तो वो फिल्म बहुत बोल्ड थी. फिल्म देखने के बाद मेरे पिता ने कहा कि मुझे बच्चों पर फिल्म बनानी चाहिए। उसके बाद मैंने ब्लू माउंटेंस बनाई। पार्ट टाइम जॉब को चुनने की भी एक वजह ये तो है ही। लेकिन,मैं फिर कहूंगा कि पार्ट टाइम जॉब की कहानी से हर मध्यवर्गीय परिवार रिलेट करेगा लेकिन कहानी उन्हें इतना ज्यादा चौकाएगी कि उन्हें यकीन नहीं होगा कि ऐसा भी हो सकता है. पार्ट टाइम जॉब जून के पहले हफ्ते में शॉर्ट फिल्म प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज होगी, जिसके बाद ये कई बड़े ओटीटी प्लेटफार्म पर दिखायी देगी.