प्रवासी भारतीयों को अपने देश के बारे में निराधार आख्यानों का विरोध करना चाहिए- जगदीप धनखड़

प्रवासी भारतीयों को अपने देश के बारे में निराधार आख्यानों का विरोध करना चाहिए- जगदीप धनखड़

लंदन: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को यहां कहा कि भारत को अपने 3.2 करोड़ विश्वव्यापी प्रवासियों पर गर्व है और इन्हें अपने राजदूतों के रूप में राष्ट्र के बारे में निराधार आख्यानों का विरोध करना जारी रखना चाहिए.

लंदन में वेस्टमिंस्टर एब्बे में महाराजा चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक में भाग लेने दो-दिवसीय यात्रा पर ब्रिटेन गए धनखड़ ने अपने संबोधन में भारत द्वारा किए जा रहे महान विकास कार्यों और इसकी सफलता की कहानी बयां की तथा कहा कि भारत के लोकतंत्र की कोई सानी नहीं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के “अमृत काल” की उपलब्धियों के बारे में बात की और भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष की अवधि को चिह्नित किया तथा भारत के दशक के अंत तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के सरकार के लक्ष्य पर प्रकाश डाला.

धनखड़ ने कहा कि भारत के लिए गौरव का क्षण आ गया है और वह क्षण जमीनी हकीकत से परिलक्षित हो रहा है. दुनिया इसे पहचान रही है. उन्होंने लोगों से कहा, “आप में से प्रत्येक को भारत का पल-पल का राजदूत बनना होगा. भारत अब विश्व के लिए विनिर्माण गतिविधि का केंद्र है. इसलिए मैं आप सभी से अनुरोध करूंगा कि देश के विकास में योगदान दें, इसकी प्रतिष्ठा में वृद्धि करें और यह सुनिश्चित करें कि सार्वजनिक क्षेत्र में गलत और निराधार आख्यान को तरजीह न मिले. सोर्स- भाषा