Nuh Violence: भरतपुर जिले के मेवात इलाके में 12 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद, जानिए कौन है मोनू मानेसर, जिसके एक बयान पर भड़का बवाल

Nuh Violence: भरतपुर जिले के मेवात इलाके में 12 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद, जानिए कौन है मोनू मानेसर, जिसके एक बयान पर भड़का बवाल

भरतपुर: हरियाणा के नूंह में सोमवार को ब्रजमंडल शोभायात्रा के दौरान हुए हिंसक बवाल के चलते भरतपुर जिले के मेवात इलाके में 12 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद की गई है. यहां की चार तहसीलों कामां, पहाड़ी, नगर औऱ सीकरी में इंटरनेट सेवाएं बंद की गई है. संभागीय आयुक्त ने इंटरनेट सेवा बंद करने के आदेश जारी किए हैं. क्षेत्र में इंटरनेट और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरनेट पर पाबंदी लगाई गई है. इस दौरान ब्रॉडबैंड और लीज लाइन की सेवाएं जारी रहेंगी. 

आपको बता दें कि नूंह और सोहना में आगजनी और हिंसा में अब तक 3 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में 2 होमगार्ड और ओक युवक शामिल है. हिसा के चलते गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी में धारा 144 लगाई गई है. वहीं नूंह में कर्फ्यू लगाया गया है. हिंसा और पथराव में अब तक 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए. 

हिंसा के चलते नूंह और सोहना में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है. भीड़ ने गाड़ियों में तोड़फोड़ और वाहनों में आग लगाई है. करीब 80 से ज्यादा वाहनों में उपद्रवियों ने आग लगाई है. इसी के चलते पूरे इलाके में 3 दिन के लिए इंटरनेट और SMS सेवा बंद है. हिंसा की घटनाओं में 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं.

इस पूरे विवाद में मोनू मानेसर का नाम सामने आया:
इस पूरे विवाद में मोनू मानेसर का नाम सामने आया है. मोनू मानेसर गुरुग्राम के मानेसर का रहने वाला है. 28 साल के मोनू का असली नाम मोहित यादव है. वह बजरंग दल से जुड़ा है और गोरक्षक के तौर पर काम करता है. कुछ माह पहले राजस्थान के भरतपुर निवासी जुनैद-नासिर के शव भिवानी में जली हुई कार में मिले थे. मोनू मानेसर जुनैद-नासिर हत्याकांड का आरोपी है. 

 

नूंह में हिंदू संगठनों की तरफ से ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाना तय था:
दरअसल, नूंह में हिंदू संगठनों की तरफ से ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाना तय था. इसी के तहत मेवात में शिव मंदिर के सामने से यात्रा निकाली जा रही थी, इसी दौरान पथराव हो गया. मोनू मानेसर ने पहले ही वीडियो शेयर कर यात्रा में अधिक से अधिक लोगों से पहुंचने की अपील की थी. हालांकि, मोनू मानेसर इस यात्रा में नहीं आया, लेकिन बिट्टू बजरंगी नाम के कथित गोरक्षक के शामिल होने पर तनाव बढ़ा. नूंह में दूसरे पक्ष के लोगों ने जमकर बवाल काटा और तभी यह पथराव हुआ.  इस बृजमंडल यात्रा में बजरंग दल के कई कार्यकर्ता पहुंचे थे.