RSS Shastra Pujan: विजयादशमी के मौके पर आरएसएस ने शस्त्र पूजन कार्यक्रम किया आयोजित, भागवत बोले- कुछ लोग देश में फैलाना चाहते है अशांति

RSS Shastra Pujan: विजयादशमी के मौके पर आरएसएस ने शस्त्र पूजन कार्यक्रम किया आयोजित, भागवत बोले- कुछ लोग देश में फैलाना चाहते है अशांति

नई दिल्लीः विजयादशमी के मौके पर नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपना वार्षिक शस्त्र पूजन किया. दशहरे का यह प्रोग्राम संघ का एक प्रमुख कार्यक्रम होता है. इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में  सिंगर शंकर महादेवन मौजूद रहे. कार्यक्रम की शुरुआत मोहन भागवत ने संघ के संस्थापक के बी हेडगेवार को श्रद्धांजलि दे कर की. और फिर कार्यक्रम को मोहन भागवत ने रेशिमबाग मैदान से संबोधित किया. 

भागवत ने कहा- कुछ लोग नहीं चाहते कि भारत में शांति हो. समाज में कलह फैलाने की कोशिश हो रही है. कट्टरता से उन्माद फैलता है. इसी की वजह से दुनिया में युद्ध हो रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि  दुनिया में भारतीयों का गौरव बढ़ रहा है. हमारा देश हर क्षेत्र में तेजी से तरक्की कर रहा है. दिल्ली में जी-20 समिट का आयोजन हुआ. इसमें विदेशी मेहमानों के सत्कार को लेकर भारत की सराहना हुई. दुनिया ने विविधता से सजी हमारी संस्कृति का गौरव अनुभव किया.

जी-20 ने देश को किया गौरवान्वित- मोहन
जी-20 शिखर सम्मेलन का उदाहरण देते हुए कहा कि हर साल कई चीजें होती हैं जो हमें गौरवान्वित करती हैं. भागवत ने कहा कि भारत की विशिष्ट सोच और दृष्टि के कारण ही हमारा ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का मार्गदर्शक सिद्धांत अब पूरे विश्व के दर्शन में समाहित हो गया है.

मणिपुर में हिंसा करवाई गईः
इस दौरान उन्होंने मणिपुर में हो रही हिंसा पर भी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मणिपुर में हिंसा करवाई गई है. उन्होंने कहा- मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय सालों से एक साथ रहते हैं. इनके बीच सांप्रदायिक आग कैसे लगी? क्या हिंसा करने वाले लोगों में सीमा पार के कट्टरपंथी भी थे? इतने साल से मैतेई और कुकी साथ में रहते हैं. अचानक अलगाव की बातें कैसे हुईं? इससे किसे फायदा है? मजबूत सरकार है और तत्पर भी है. शांति का प्रयास देखते ही कोई हादसा करवा दो तो दूरी बढ़ती है. हिंसा भड़कती है. हिंसा कौन भड़का रहा है? यह देखें तो साफ है कि यह हो नहीं रहा है, करवाया जा रहा है. 

अयोध्या को सजाएगा राममंदिर- भागवत
अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है. उन्होंने कहा कि उद्घाटन के दिन वहां हर किसी का पहुंच पाना संभव नहीं हो पाएगा, इसलिए जो जहां है, वे वहीं के राम मंदिर में आयोजन करे. यह हर दिल में मन के राम को जगाएगा, और मन के अयोध्या को सजाएगा, समाज में स्नेह, जिम्मेदारी और सद्भावना का माहौल बनाएगा. 

गौरतलब है कि साल 1925 में विजयादशमी के दिन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना हुई थी. इस दिन संघ शस्त्र पूजा करता है. RSS प्रमुख मोहन भागवत भी नागपुर स्थित मुख्यालय में संबोधित करते हैं