जयपुर {सत्यनारायण शर्मा}: राजधानी जयपुर में नशे के सौदागरों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपेरशन क्लीन स्वीप के तहत कमिश्नरेट स्पेशल टीम लगातार बड़ी कार्रवाही कर रही है. इसी कड़ी में पुलिस टीम ने और खोह नागोरियान थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. पुलिस ने करीब 530 ग्राम स्मैक के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. उसके कब्जे से मिली 530 ग्राम स्मैक की कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक है. इसके बाद पुलिस टीम ने शिवदासपुरा इलाके में दबिश देकर दो और तस्करो की गिराफ्तार किया. जिनसे मादक प्रदार्थ MD बरामद की गई.
ऑपेरशन क्लीन स्वीप के तहत कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने खोह नागोरियान थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए रामरूप माली को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 530 ग्राम स्मैक बरामद की गई है. इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक है. पुलिस की शुरुवाती पूछताछ में सामने आया कि आरोपी रामरूप मूलतः सवाई माधोपुर का निवासी है. उसने पूछताछ में झालावाड़ निवासी सानू खान से स्मैक लाने की बात कबूल की है. पूछताछ में उसने बताया कि वह दो-तीन महीने से मादक पदार्थ की तस्करी से जुड़ा है. उसने जयपुर में कई छोटे तस्करो को नशे की खेप की सप्लाई करने की बात भी कबूल की है. डीसीपी क्राइम कुंदन कंवरिया की माने तो रामूराम महीने में दो बार स्मैक की सप्लाई करता है. स्मैक की बिक्री के बाद मिली रकम वह ई मित्र के जरिए झालावाड़ के नशा तस्कर को सप्लाई करता है. ओर उसके बाद खुद दूसरे कामो में लग जाता है.
इस कार्रवाई के बाद कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने शिवदासपुरा थाना इलाके में कार्रवाई अंजाम देते हुए 53 ग्राम एमडी ड्रग के साथ इंद्रपाल और शंभूलाल को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी झालावाड़ के निवासी हैं. उनके कब्जे से तस्करी की वारदात में प्रयुक्त लग्जरी कार भी जब्त की गई है. पड़ताल में सामने आया है कि आरोपी अपनी कार से झालावाड़ से नशे की खेप जयपुर लाते थे. वे एक महीने में 3-4 बार झालावाड़ से खेप लाकर जयपुर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के आसपास युवाओ को नशा उपलब्ध करवाते.
हालांकि जयपुर पुलिस ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत लगातार कार्रवाई करते हुए तस्करों को गिराफ्तार करती है. और युवाओ को नशे की जद से बचाने का भरकस प्रयास कर रही है. लेकिन इसके बावजूद दूसरे राज्यों में बैठे नशे के बड़े सौदागरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नही होने से वे बेखौफ होकर नशे का कारोबार करते रहते है. ऐसे में जरूरत है की छोटे के साथ साथ नशे के बड़े सौदागरों पर भी नकेल कसी जाए. तब जाकर शहर को नशा मुक्त बना पाएंगे हम.