गांधीनगर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुशील कुमार मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेता बजट पेश होने से पहले ही अपना फैसला सुना देते हैं. वह शनिवार को विपक्षी नेताओं की टिप्पणी 'हीरे सस्ते और आटा महंगा' पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि खाद्य, ईंधन और उर्वरक की कीमतों में तेजी अंतरराष्ट्रीय कारणों से हुई है और नरेंद्र मोदी सरकार ने 'महंगाई को काबू में करने के लिए कई कदम उठाये हैं. जबकि दूसरे देश इससे अभी भी जूझ रहे हैं. मोदी बजट पर भाजपा की नौ सदस्यीय केंद्रीय समिति के अध्यक्ष हैं. उन्होंने कहा कि आम बजट में पूंजीगत व्यय के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जिससे रोगजार के मौके पैदा होंगे.
तो सवाल इसके सस्ता होने का नहीं है:
भाजपा नेता ने कहा कि बजट में मध्यम वर्ग और पेशेवरों को कर राहत दी गई है. उन्होंने कहा कि बजट में एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) और सहकारी समितियों को राहत दी गई है और शहरी बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान दिया गया है. मोदी ने कहा कि जहां तक हीरे की बात है, तो सवाल इसके सस्ता होने का नहीं है.
सस्ता और आटा महंगा कर दिया गया:
यह (प्रयोगशाला में तैयार) हीरों के बारे में है, जिसके बाजार में आने में 2-3 साल लगेंगे. उन्होंने कहा कि टिप्पणी करने वालों को चावल-गेहूं या हीरे की कीमत का पता नहीं है. ये ऐसे नेता हैं जो बजट पेश होने से पहले ही उस पर प्रतिक्रिया देते हैं. कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने एक फरवरी को पीटीआई के साथ एक वीडियो साक्षात्कार में कहा था कि बजट का सार यह है कि हीरे को सस्ता और आटा महंगा कर दिया गया है. सोर्स-भाषा