जयपुरः सचिवालय में फर्जी दस्तावेज से खिलाड़ियों के आउट ऑफ टर्न नियुक्ति पाने के प्रकरण का भंडाफोड़ करते हुए हर विभाग के संदिग्ध प्रकरणों की व्यापक जांच शुरू कर दी गई है. इससे विभागों में खिलाड़ियों के आउट ऑफ टर्न नियुक्ति को लेकर हड़कंप मच गया है. भजनलाल सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए कहा था कि पिछले पांच साल में सरकारी नियुक्ति पाए दस्तावेजों की व्यापक जांच शुरू की गई है. इसमें फर्जी दस्तावेज से आउट ऑफ टर्न नियुक्ति पाने का भंडाफोड़ हुआ है.
अब सचिवालय में हुआ फर्जी दस्तावेज से नियुक्ति पाने के प्रकरण का भंडाफोड़...!
पिछले 2 सालों में नियुक्ति पा चुके अभ्यर्थियीं की दस्तावेज जांच में हुआ बड़ा खुलासा
प्रोबेशनर लिपिक ग्रेड द्वितीय के पद पर पंकज कुमार शर्मा को दी थी नियुक्ति
खिलाड़ियों के आउट ऑफ टर्न नियुक्ति के प्रावधान अनुसार दी थी नियुक्ति
आउट ऑफ़ टर्न आधार पर दी थी 8 अक्टूबर 2023 के आदेश से नियुक्ति
मेवाड़ विश्वविद्यालय से कोर्स करने की दी थी पंकज ने जानकारी
प्रस्तुत अधि प्रमाणन पत्र का कराया गया पुलिस चरित्र सत्यापन
जिसमें पंकज का इस विश्वविद्यालय से कोई कोर्स करना नहीं पाया
विश्वविद्यालय की रिकॉर्ड जांच में पंकज के बारे में नहीं हुई जानकारी प्राप्त
ऐसे में विधिक राय के बाद नोटिस देकर दिया पंकज को स्पष्टीकरण का मौका
उसके द्वारा किसी व्यक्ति द्वारा गलत जानकारी देकर फंसाना बताया
पूरी प्रक्रिया का किया DOP ने पालन
और फेक सर्टिफिकेट पाए जाने पर की नियुक्ति निरस्त
लेकिन अपनी तरह के अनूठे इस प्रकरण ने न सिर्फ खड़े कर दिये कान. और अब दस्तावेज सत्यापन में बरती जा रही अतिरिक्त सतर्कता
पिछले पांच सालों में करीब 21 ऐसे कर्मियों के दस्तावेजों की जांच जारी है जिनके या तो दस्तावेज पूरे नहीं हैं या फिर उनमें कुछ न कुछ त्रुटि है.