नई दिल्ली Parliament Budget Session : अडानी मामले पर संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा, लोकसभा-राज्यसभा कार्यवाही दो बजे तक स्थगित

Parliament Budget Session : अडानी मामले पर संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा, लोकसभा-राज्यसभा कार्यवाही दो बजे तक स्थगित

Parliament Budget Session : अडानी मामले पर संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा, लोकसभा-राज्यसभा कार्यवाही दो बजे तक स्थगित

नई दिल्ली: विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा-लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया गया है. गौतम अदाणी मामले को लेकर विपक्षी दल लगातार संसद के दोनों सदनों में हंगामा कर रहे हैं और इस मामले पर संसदीय कमेटी बनाने की मांग कर रहे हैं. उधर, कांग्रेस ने आज देश भर में एलआईसी कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही है. वहीं सत्ता पक्ष राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की मांग कर रहा है.

इससे पहले राज्यसभा में सोमवार को विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने सूचीबद्ध कामकाज को नियम 267 के तहत निलंबित कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया जिसकी वजह से उच्च सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ ही देर बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरु होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने पूर्व सदस्य अब्दुल समद सिद्दिकी के निधन का जिक्र किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद उन्होंने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए.

सभापति ने दस्तावेज पटल पर रखवाने के बाद बताया कि उन्हें विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के प्रमोद तिवारी, द्रविड मुनेत्र कषगम के तिरुचि शिवा सहित दस सदस्यों की ओर से, नियम 267 के तहत नियत कामकाज निलंबित करने और उनके मुद्दों पर चर्चा के लिए नोटिस मिले हैं. धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस सदस्य के सी वेणुगोपाल सहित दो सदस्यों के नोटिस विलंब से मिले हैं. उन्होंने कहा कि आसन द्वारा दी गई व्यवस्था के अनुरूप नहीं होने की वजह से ये नोटिस स्वीकार नहीं किए गए. इस पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. 

सदन में जनहित के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए:
सभापति ने कहा कि शून्यकाल के लिए सदस्यों द्वारा दिए गए नोटिस स्वीकार किए गए हैं और सदस्य अपने अपने मुद्दे इसके तहत उठाएं. उन्होंने वाईएसआर सदस्य वी विजय साई रेड्डी को शून्यकाल के तहत अपना मुद्दा उठाने के लिए कहा. हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से सभापति ने कहा कि यह उच्च सदन है. मैंने पहले भी बार-बार कहा है और एक बार फिर कह रहा हूं कि सदन में जनहित के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए. पूरे देश की निगाहें हम पर हैं. स्थापित परंपरा और दिशानिर्देशों में स्पष्ट कहा गया है कि सदन में व्यवस्था होनी चाहिए. हम जनता की आकांक्षाओं का सम्मान नहीं कर रहे हैं.

मैं लोकतंत्र और संविधान के नाम पर सदस्यों से अपील करता हूं:
उन्होंने कहा कि मैं लोकतंत्र और संविधान के नाम पर सदस्यों से अपील करता हूं कि सदन की कार्यवाही चलने दें. हर दिन आपको मुद्दे उठाने का मौका दिया जाता है. आप नियमों को तोड़ने की कोशिश न करें. हर दिन का उपयोग जनहित से जुड़े मुद्दे उठाने में किया जा सकता है. हंगामा कर रहे सदस्यों से कार्यवाही चलने देने की अपील करते हुए धनखड़ ने कहा कि आप नियत कामकाज होने दें. यह समय हमारे लिए आम आदमी से जुड़े मुद्दे उठाने का है, वह उठाने दें. सदन में व्यवस्था बनते न देख सभापति ने 11 बज कर करीब 12 मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

लोकसभा में कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने नारेबाजी की:
वहीं लोकसभा में कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने सोमवार को अडाणी समूह से जुड़े मामले पर चर्चा कराने और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग करते हुए नारेबाजी की जिस वजह से सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब पांच मिनट बाद अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी गई. सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भूटान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और उसके भारत दौरे के लिए शुभकामनाएं दीं. भूटानी शिष्टमंडल के सदस्य सदन की विशेष दीर्घा में बैठे थे.

विपक्षी सदस्यों से नारेबाजी बंद करने और सदन चलने देने की अपील की:
इसके बाद उन्होंने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया तो विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे. उन्होंने ‘वी वांट जेपीसी’ (हम चाहते हैं जेपीसी) के नारे लगाए. बिरला ने श्रम मंत्रालय से संबंधित पूरक प्रश्न के लिए कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर का नाम पुकारा, हालांकि विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी जारी रही. लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से नारेबाजी बंद करने और सदन चलने देने की अपील की. उन्होंने कहा कि आज मजूदरों से जुड़ा प्रश्न है...यह सदन की दिशा तय करता है. आपको किसी विषय पर चर्चा करनी है तो बातचीत करें. आप बिना बातचीत के, केवल नियोजित तरीके से सदन को स्थगित कराएं, यह उचित नहीं है. आप मेरे कक्ष में आएं, बातचीत करें, किसी भी विषय पर चर्चा के लिए पर्याप्त समय दूंगा.

नारेबाजी करना जनता के हित में नहीं: 
बिरला ने कहा कि नारेबाजी करना जनता के हित में नहीं है. जनता ने आपको चुनकर भेजा है. मजदूरों से जुड़ा सवाल उठाने दीजिए. आपने (कांग्रेस) लंबे समय तक राज किया है. आप इतनी पुरानी पार्टी हैं, यह व्यवहार उचित नहीं है. हंगामा नहीं थमने पर लोकसभा अध्यक्ष ने करीब 11 बजकर पांच मिनट पर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इसी विषय पर गत सप्ताह भी विपक्षी सदस्यों ने अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट और शेयर बाजार में उससे जुड़े घटनाक्रम के मुद्दे पर जांच के लिए जेपीसी गठित करने तथा इस मुद्दे पर संसद में चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर हंगामा किया था जिस कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई थी.

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