जयपुर: राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विवि में ओपीएस की विसंगतियों को लेकर जारी आंदोलन का खामियाजा अब मरीजों को उठाना पड़ रहा है. आंदोलन के तहत आज RUHS व जयपुरिया अस्पताल में दो घंटे का सांकेतिक कार्य बहिष्कार किया गया, जिसके चलते मरीजों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ी.
जयपुरिया अस्पताल में विवि से जुड़े चिकित्सक व अन्य सभी कार्मिकों ने सुबह दस बजे से काम बन्द कर दिया और बाहर गेट पर आकर नारेबाजी शुरू कर दी. हालांकि, इस दौरान निदेशालय के चिकित्सक व अन्य स्टॉफ ने कामकाज संभाला, लेकिन मरीजों की संख्या ज्यादा होने के कारण ओपीडी से लेकर आईपीडी में तीमारदार परेशान होते नजर आए.
जयपुरिया अस्पताल के मुख्य द्वार पर जमा चिकित्सक व अन्य स्टॉफ का कहना था कि ओपीएस के लिए विवि प्रशासन ने सभी कार्मिकों को एकमुश्त बड़ी राशि जमा कराने के लिए कहा है. जब सेवा की बात होती है तो विवि के कार्मिकों को सरकारी कर्मचारियों की तरफ काम में लिया जाता है. और जब सुविधाओं की बात होती है तो भेदभाव किया जाता है. सभी कार्मिकों को लाखों रुपए की राशि के नोटिस दिए गए है.
आंदोलनकारियों ने साफ कहा कि यदि कल सुबह तक प्रशाासन की सकारात्मक पहल नहीं हुई तो वे सामूहिक कार्यबहिष्कार पर जाएंगे. इस बारे में जयपुरिया अस्पताल के बंदोबस्त को लेकर अधीक्षक महेश मंगल का कहना है कि बहिष्कार से चिकित्सकीय व्यवस्थाओं पर असर नहीं पड़ने दिया जाएगा. वैकल्पिक इंतजाम किए जाएंगे. लेकिन साथ ही स्टाफ की मांगों से भी उच्च स्तरीय अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा.