रिपोर्टर- दिनेश डांगी
जयपुरः अब सभी को 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों का ब्रेसब्री से इंतजार है. दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी और राजस्थान में किसको कितनी सीटें मिलेगी. इन सब सवालों का जवाब तो परिणामों से मिलेगा. लेकिन एक बात तय है राजस्थान में कोई भी पार्टी बाजी मारें लेकिन इस बार 25 में से 11 सांसद जनता को नए मिलेंगे. देखिए यह हमारी खास रिपोर्ट.
वैसे तो चार जून को नतीजों के बाद सारी सियासी तस्वीर साफ हो जाएगी.लेकिन राजस्थान में नतीजों से पहले ही एक बात यह क्लीयर हो चुकी है कि इस बार 11 राजनेता तो पहली बार सांसद निर्वाचित होंगे. दरअसल 25 में से 11 लोकसभा सीट ऐसी है जहां चाहे बीजेपी जीते या फिर कांग्रेस लेकिन जनता को नया सांसद जरुर मिलेगा. खास बात है कि इन 11 सीटों के भाजपा-कांग्रेस के टोटल 22 उम्मीदवारों में से सिर्फ तीन प्रत्याशियों को छोड़कर बाकी सबने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा है. तो आईए ग्राफिक्स के जरिए बताते है वो 11 सीटें कौनसी है जहां से जनता को नए एमपी मिलने तय है.
झुंझुनूं से बृजेंद्र ओला / शुभकरण चौधरी
भरतपुर से संजना जाटव / रामस्वरूप कोली
जयपुर ग्रामीण सेअनिल चोपड़ा / राव राजेंद्र सिंह
अलवर से ललित यादव / भूपेंद्र यादव
जयपुर से मंजू शर्मा / प्रताप सिंह खाचरियावास
करौली-धौलपुर से इंदु देवी जाटव / भजनलाल जाटव
दौसा से मुरारीलाल मीणा / कन्हैयालाल मीणा
श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ से प्रियंका बैलान / कुलदीप इंदौरा
उदयपुर से मन्नालाल रावत / ताराचंद मीणा
जालोर से वैभव गहलोत / लुंबाराम चौधरी
राजसमंद से महिमा सिंह / दामोदर गुर्जर
तो यह वो 11 सीटें है जहां कोई भी जीते लेकिन नए चेहरे का इस बार संसद की दहलीज तक पहुंचना तय है. तीन नेता वैभव गहलोत,प्रताप सिंह औऱ राव राजेन्द्र सिंह को छोड़कर सभी ने पहली दफा लोकसभा चुनाव लड़ा है. अब जनता ने किस पार्टी और चेहरे को अपना आशीवार्द दिया है यह तस्वीर चार जून को साफ हो जाएगी.