लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी का देशवासियों को संबोधन, कहा- आतंकियों और उनको पालने वालों को हम अलग-अलग नहीं मानेंगे

लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी का देशवासियों को संबोधन, कहा- आतंकियों और उनको पालने वालों को हम अलग-अलग नहीं मानेंगे

नई दिल्ली : देश आज धूमधाम से अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि 140 करोड़ देशवासी तिरंगे के रंग में रंगे हैं. आजादी का महापर्व 140 करोड़ संकल्पों का पर्व है. आजादी का महापर्व सामूहिक सिद्धि और गौरव का पल है. आज पूरे देश में मातृभूमि का जयकारा है. एकता की भावना को देश मजबूती दे रहा है.

हर तरफ प्राण में भी मातृभूमि का जयगान है. देश का मार्गदर्शन करने वाले संविधान निर्माताओं को नमन. भारत का संविधान हमें मार्ग दिखाता आया है. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने संविधान के लिए बलिदान दिया. पूज्य बापू के सिद्धांत देश को दिशा देते हैं. पिछले कुछ दिनों से हम आपदाएं झेल रहे हैं. प्रकृति हमारी परीक्षा ले रही है. राहत और बचाव के काम में पूरी शक्ति के साथ जुटे हैं.

पहलगाम की घटना ने पूरे विश्व को चौंकाया: 
पीएम ने आगे कहा कि पहलगाम की घटना ने पूरे विश्व को चौंकाया था. पहलगाम में सीमा पार से आकर आतंकियों ने कत्लेआम किया. धर्म पूछकर लोगों का मारा, पत्नियों के सामने, बच्चों के सामने लोगों के मारा. ऑपरेशन सिंदूर देश के लोगों के आक्रोश की अभिव्यक्ति है. हमने अपनी सेना को खुली छूटी दी. सेना ने वो कर दिखाया जो दशकों तक नहीं हुआ. हमारे वीर जवानों ने आतंकियों को उनकी कल्पना से बड़ी सजा दी.

सिंधु जल समझौता सही नहीं है:
आतंकियों और उनको पालने वालों को हम अलग-अलग नहीं मानेंगे. देश को पता लग गया है कि सिंधु जल समझौता सही नहीं है. पानी दुश्मन की धरती को सींच रहा है और मेरे देश की धरती प्यासी है. ये कैसा समझौता था, जिसने कई सालों से देश का कितना नुकसान किया. देश के पानी पर हक हिंदुस्तान और यहां के किसानों का है. जो स्वरूप सहा है, अब उसे सहा नहीं जाएगा, हमें ये सिंधु समझौता मंजूर नहीं.

21वीं सदी टेक्नोलॉजी ड्रिवन है:
आत्मनिर्भरता की दम पर सेना बिना रुके अपना काम करती रही. डिफेंस में हम आत्मनिर्भरता का लक्ष्य लेकर चले, उसके नतीजे दिखने लगे हैं. 21वीं सदी टेक्नोलॉजी ड्रिवन है. जिन देशों ने टेक्नोलॉजी में महारत हासिल की, वे शिखर पर पहुंच गए. भारत में 50-60 पहले सेमी कंडक्टर को लेकर विचार शुरू हुआ. आज सेमीकंडक्टर जब दुनिया की ताकत बन गया, 50-60 पहले वो फाइलें अटक-लटक गई. सेमीकंडक्टर के विचार की भ्रूण हत्या हो गई. कई देश सेमीकंडक्टर में महारत हासिल करके राज कर रहे हैं. आज हमने उस बोझ से मुक्त होकर सेमीकंडक्टर के काम को आगे बढ़ाया है.

11 साल में सोलर एनर्जी 30 गुना बढ़ चुकी है:
पीएम ने कहा कि हम पेट्रोल-डीजल, गैस को दूसरे देशों से लाखों रुपए खर्च करके लाना पड़ता है. हमने बीड़ा उठाया तो 11 साल में सोलर एनर्जी 30 गुना बढ़ चुकी है. हम नए डैम बना रहे हैं, ताकि हाइड्रोपावर का विस्तार हो और क्लीन एनर्जी मिले. ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर इन्वेस्टमेंट हो रहा है. न्यूक्लियर एनर्जी पर भी हम बड़े इनीशिएटिव ले रहे हैं. 10 रिएक्टर तेजी से काम कर रहे हैं. 2047 तक हम परमाणु ऊर्जा 10 गुना तक बढ़ाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं.

हमारे लिए क्रिटिकल मिनरल में आत्मनिर्भरता अनिवार्य है:
हमारे लिए क्रिटिकल मिनरल में आत्मनिर्भरता अनिवार्य है. रक्षा, टेक्नोलॉजी, मेडिकल हो, इनकी अहम भूमिका है. नेशनल क्रिटिकल मिशन लॉन्च किया है. 1200 से ज्यादा स्थानों पर खोज का अभियान चल रहा है. क्रिटिकल मिनरल की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.