नई दिल्ली: देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि 23 अगस्त को भारत ने और भारत के चंद्रयान-3 ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज, चांद पर भी उगते हैं. मिशन चंद्रयान, नए भारत की उस spirit का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है और हर हाल में जीतना जानता भी है. भारत का मिशन चंद्रयान, नारीशक्ति का भी जीवंत उदाहरण है. इस पूरे मिशन में अनेकों महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर्स सीधे तौर पर जुड़ी रही हैं. इन्होंने अलग-अलग systems के project director, project manager ऐसी कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं. भारत की बेटियां अब अनंत समझे जाने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं. किसी देश की बेटियां जब इतनी आकांक्षी हो जाएं, तो उसे, उस देश को, विकसित करने से कौन रोक सकता है. आज हमारे सपने भी बड़े हैं और हमारे प्रयास भी बड़े हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान 3 की सफलता में हमारे वैज्ञानिकों के साथ ही दूसरे सेक्टर्स की भी अहम भूमिका रही है. तमाम पार्ट्स और तकनिकी जरूरतों को पूरा करने में कितने ही देशवासियों ने योगदान दिया है. जब सब का प्रयास लगा तो सफलता भी मिली है. यहीं चंद्रयान 3 की सबसे बड़ी सफलता है. पीएम मोदी ने कहा कि सितम्बर का महीना भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है. अगले माह होने जा रही G-20 Leaders's Summit के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है. G-20 Summit के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी.अपनी Presidency के दौरान भारत ने G-20 को और ज्यादा inclusive forum बनाया है. भारत के निमंत्रण पर ही African Union भी G-20 से जुड़ी और अफ्रीका के लोगों की आवाज दुनिया के इस अहम platform तक पहुंची. मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि देश के 60 शहरों में इससे जुड़ी करीब-करीब 200 बैठकों का आयोजन किया गया. G-20 Delegates जहां भी गए, वहां लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. G-20 की हमारी Presidency, People's Presidency है, जिसमें जनभागीदारी की भावना सबसे आगे है.
उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों पहले चीन में world University Games हुए थे. इन खेलों में इस बार भारत की Best Ever Performance रही है. हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 गोल्ड मेडल थे. आपको ये जानकर अच्छा लगेगा कि 1959 से लेकर अब तक जितने World University Games हुए हैं, उनमें जीते सभी पदक को जोड़ दें तो भी ये संख्या 18 तक ही पहुंचती है.पीएम मोदी ने कहा कि इस बार 15 अगस्त के दौरान देश ने 'सबका प्रयास' का सामर्थ्य देखा. सभी देशवासियों के प्रयास ने 'हर घर तिरंगा अभियान' को वास्तव में 'हर मन तिरंगा अभियान' बना दिया.
तिरंगे के साथ सेल्फी पोस्ट करने में भी इस बार देशवासियों ने नया रिकॉर्ड बना दिया.संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक है. इसे कई आधुनिक भाषाओं की जननी भी कहा जाता है. आज लोगों में संस्कृत को लेकर जागरूकता और गर्व का भाव बढ़ा है. इसके पीछे बीते वर्षों में देश का विशेष योगदान भी है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृति से जुड़ने की, हमारी परम्परा का बहुत बड़ा सशक्त माध्यम होती है हमारी मातृभाषा. ऐसे ही भारत की एक और मातृभाषा है, गौरवशाली तेलुगू भाषा. 29 अगस्त तेलुगू दिवस मनाया जाएगा. आप सभी को तेलुगू दिवस की बहुत-बहुत बधाई.