Uttar Pradesh: CM योगी आदित्यनाथ बोले- पिछली सरकारों ने सिर्फ बांटने का काम किया बल्कि समाज में खाई पैदा की

बस्ती: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर विभाजन की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए बृहस्‍पतिवार को कहा कि विपक्षी दलों ने समाज में जाति और मत-मजहब के नाम पर खाई पैदा की है. मुख्‍यमंत्री ने नगरीय निकाय चुनावों के लिये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्‍याशियों के पक्ष में आयोजित रैली में विपक्ष को कठघरे में खड़ा किया.

उन्होंने पिछली सरकारों पर बस्ती जिले को उपेक्षित रखने का आरोप लगाते हुए कहा, 'विपक्षी दलों ने केवल बांटने का काम किया है. समाज में जाति, मत-मजहब के नाम पर खाई पैदा की है.' मुख्‍यमंत्री ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों ने कभी विकास का विजन नहीं देखा, वो विकास क्या करा पाएंगे. उन्‍होंने कहा, 'साहित्यकारों की इस भूमि ने पिछली सरकारों की उपेक्षा का दंश झेला. एक साहित्यकार ने तो यहां तक कहा था कि बस्ती को बस्ती कहूं तो का को कहूं उजाड़. आज सचाई यह है कि बस्ती इस मुहावरे से ऊपर उठकर नये ओज और तेज के साथ विकास के नये प्रतिमान स्थापित करते दिख रही है. आज महर्षि वशिष्ठ के नाम पर यहां मेडिकल कॉलेज है.' आदित्‍यनाथ ने कहा कि कभी बस्‍ती जिले के ही मुंडेरवा में किसानों पर गोलियां चलवाई गयी थीं लेकिन भाजपा सरकार ने यहां नई चीनी मिल स्‍थापित की है.

मुख्यमंत्री ने डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि अब किसी माता बहन को धुंए से फेफड़े का रोग नहीं होता है, क्योंकि यहां सभी घरों में उज्ज्वला योजना का लाभ पहुंचा दिया गया है. अब सरकार दीपावाली और होली में मुफ्त गैस सिलिंडर देगी. अब बस्ती में जब बेटी का जन्म होता है तो मंगल गीत गाये जाते हैं कि घर में सुमंगला आई है. सरकार अब बेटी के जन्म से लेकर पढ़ाई-लिखाई और विवाह तक सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है. उन्‍होंने दावा किया, ‘‘वर्ष 2017 से पहले नगरों में शोहदों का आतंक हुआ करता था. व्यापारी से रंगदारी वसूली जाती थी. मगर आज हमने युवाओं के हाथों में तमंचे नहीं बल्कि टैबलेट देने का काम किया है. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इससे उनके सामने रोजगार के सुनहरे अवसर उपलब्ध हो रहे हैं . अब प्रदेश में शोहदों का आतंक नहीं है बल्कि सेफ सिटी है, हमारे शहर स्मार्ट सिटी हो रहे हैं. ये करिश्मा डबल इंजन सरकार का है. अब इसके साथ ट्रिपल इंजन भी जुड़ना चाहिए. सोर्स- भाषा