नई दिल्ली: आज से संसद का विशेष सत्र चल रहा है. संसद भवन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मीडिया से रूबरू हुए. पीएम मोदी ने कहा कि देश में उत्साह और उमंग का माहौल है. विशेष सत्र छोटा है, लेकिन ये बहुत अहम है. ये ऐतिहासिक फैसलों का सत्र होगा. सांसदों से अपील, ज्यादा से ज्यादा समय सत्र को देवें. रोने-धोने के लिए और भी बहुत वक्त है. नए संकल्प, नई ऊर्जा, नया इतिहास. 2047 तक भारत को विकसित बनाएंगे. गणेशजी विघ्नहर्ता, गणेश चतुर्थी को नई संसद में प्रवेश करेंगे.अत्यंत प्रेरक समय पर नई यात्रा शुरू हो रही. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चांद पर तिरंगा लहरा रहा है.
शिवशक्ति पॉइंट नई प्रेरणा का केन्द्र बना है. तिरंगा पॉइंट हमें गर्व से भर रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के लिए अनेक संभावनाएं, अवसर दरवाजे पर आकर खड़े हुए. G20 की अभूतपूर्व सफलता देश के लिए गौरव की बात है. G20 हमारी विविधता का उत्सव बना. भारत ग्लोबल साउथ की आवाज बना. यशोभूमि को राष्ट्र को समर्पित किया. देश में नया आत्मविश्वास अनुभव कर रहे हैं.
आपको बता दें कि संसद के विशेष सत्र की कार्यवाही आज से शुरू होकर 22 सितंबर तक चलेगी. आज 95 साल पुराने संसद भवन में कामकाज आखिरी दिन है. कल से नई संसद भवन में विशेष सत्र की कार्यवाही होगी. आपको बता दें कि पुरानी संसद का शिलान्यास 12 फरवरी 1921 में हुआ था. करीब 6 साल बाद 18 जनवरी 1927 को संसद का उद्घाटन हुआ था. ब्रिटिश वास्तुकार एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर ने डिजाइन किया था.
इस भवन के निर्माण पर उस समय 83 लाख रुपए खर्च किए गए थे. करीब 6 एकड़ में फैले संसद में 27 फीट ऊंचे 144 खंभे है. लोकसभा में 545 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है. जबकि राज्यसभा में 245 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है. आजाद भारत की पहली लोकसभा का गठन अप्रैल 1952 में हुआ था और पहली लोकसभा बैठक मई 1952 में आयोजित की गई थी. तबसे अब तक 17 लोकसभाओं का यह भवन साक्षी रह चुका है. इसी संसद भवन में भारत का नया संविधान लिखा गया था.