वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र समेत अन्य बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार की पुरजोर वकालत की. अमेरिका के साथ भारत के संबंधों के बारे में खुलकर बात करते हुए कहा कि दोनों देशों के रिश्तों के लिए यह एक नयी सुबह है, जो न केवल उनकी, बल्कि पूरी दुनिया की नियति को आकार देगी.
संयुक्त सत्र को दूसरी बार संबोधित करने वाले मोदी पहले भारतीय PM:
मोदी बृहस्पतिवार को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को दूसरी बार संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए. उन्होंने कहा, हमें बहुपक्षवाद को पुनजीर्वित करना होगा और बेहतर संसाधनों तथा प्रतिनिधित्व के साथ बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार करना होगा. यह बात शासन से जुड़े हमारे सभी वैश्विक संस्थानों पर लागू होती है, खासतौर से संयुक्त राष्ट्र पर. जब दुनिया बदल गई है, तो हमारे संस्थानों को भी बदलना चाहिए.
मोदी ने महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘‘हम स्वतंत्रता, समानता और न्याय के लिए काम करने वाले कई अन्य लोगों को भी याद करते हैं. प्रधानमंत्री ने अमेरिका में भारतीय-अमेरिकियों की उपलब्धि की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत-अमेरिका सहयोग का दायरा अनंत है, हमारे समन्वय की क्षमता असीमित है और हमारे संबंधों का तालमेल सहज है.
उन्होंने दोनों देशों के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और दूरदृष्टि का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में 2,500 से अधिक राजनीतिक दल हैं और देश के विभिन्न राज्यों में 20 अलग-अलग दलों का शासन है. प्रधानमंत्री ने अपने नेतृत्व में भारत में लोकतंत्र के पतन के आरोपों को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी 22 आधिकारिक भाषाएं और हजारों बोलियां हैं, फिर भी हम एक सुर में बोलते हैं.
भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था- मोदी
दुनियाभर के सभी धर्मों के लोग हमारे यहां रहते हैं और हम उन सभी के त्योहारों का जश्न मनाते हैं. भारत में विविधता जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है. मोदी ने कहा कि हर कोई भारत के विकास, लोकतंत्र और विविधता को समझना चाहता है. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार अमेरिका की यात्रा की थी, तो भारत दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था.
प्रधानमंत्री ने दावा किया, ‘‘आज, भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और वह जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. हमारा कद न केवल बड़ा होता जा रहा है, बल्कि हम तेजी से तरक्की भी कर रहे हैं. जब भारत तरक्की करता है, तो पूरी दुनिया तरक्की करती है. आखिरकार दुनिया की 16.66 फीसदी आबादी हमारे यहां रहती है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब अमेरिकी कंपनियां तरक्की करती हैं, तो भारत में उनके अनुसंधान एवं विकास केंद्र भी फलते-फूलते हैं. उन्होंने कहा कि जब भारतीय अधिक हवाई यात्रा करते हैं, तो एक विमान के निर्माण के ऑर्डर से अमेरिका के 44 प्रांतों में 10 लाख से अधिक नौकरियां सृजित होती हैं.
भारतीय अधिकारियों ने मोदी के भाषण को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि भाषण के दौरान सदन में 79 बार तालियां बजाई गईं, 15 बार खड़े होकर सम्मान व्यक्त किया गया, प्रधानमंत्री के ऑटोग्राफ और उनके साथ सेल्फी ली गई तथा ‘मोदी मोदी’ के नारे लगाए गए. सोर्स भाषा