नई दिल्लीः टीम इंडिया में डेब्यू किया तो सबकी निगाहें खिलाड़ी के प्रदर्शन को देख हैरान रह गई. पहले ही मैच में शतक जड़ा और सुपरस्टार साबित हुए. ये बात साल 2018 में टीम इंडिया के लि डेब्यू करने वाले पृथ्वी शॉ की. जिनकी तुलना शुरुआत में ब्रायन लारा, सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग से कर दी गई, लेकिन देखते ही देखते कुछ ही समय में खिलाड़ी टीम इंडिया की क्रिकेट पिच से दूर हो गए.
लगातार प्रदर्शन में गिरावट के चलते 3 साल बाद ही खिलाड़ी को टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया. इतना ही नहीं बल्कि इस साल यानि साल 2025 में उन्हें आईपीएल में भी किसी टीम ने नहीं चुना. साथ ही रणजी की मुंबई टीम से भी बाहर कर दिया गया. ऐसे में अपने खेल के गिरती ग्राफ को लेकर पृथ्वी शॉ का दर्द छलका है.
क्रिकेट को कम समय देना किया शुरूः
उन्होंने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि अपने करियर में उन्होंने कई गलत फैसले लिए, जो डाउनफॉल का अहम कारण बनें. खिलाडी ने कहा कि मेरे इस पतन के बहुत सारे कारण हैं. मुझे पता है कि असल में क्या हुआ है. मैंने अपने जीवन में कई बार बहुत गलत फैसले लिए हैं. मैं पहले बहुत प्रेक्टिस करता था, लेकिन बाद में क्रिकेट को ही कम समय देना शुरू कर दिया था. उन्होंने कहा कि जब मैं अपने संघर्ष के दौर से गुजर रहा था तो उस समय किसी भी ‘बड़े क्रिकेटर’ ने मेरा हाल तक नहीं पूछा. सिर्फ ऋषभ पंत ने ही बात की थी.
दोस्ती बनी डाउनफॉल का कारण ?
शॉ ने आगे कहा कि जब मैं करियर के टॉप पर था तो उस दौरान आपकी कई लोगों से दोस्ती होने लगती है. वही दोस्त फिर मुझे यहां-वहां लेकर जाते थे. मेरे कुछ गलत दोस्त बन गए थे. उसके बाद मैं इन सभी चीजों के कारण ट्रैक से हट गया था. और क्रिकेट को ही कम समय देना शुरू कर दिया था.