जयपुर: भाजपा की पहली सूची में अब एक भी टिकट बदला नहीं जाएगा. भाजपा आला कमान और प्रदेश की कोर टीम की बैठक में इस पर संभवतया विचार हुआ है. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने साफ तौर पर इशारा भी यही किया है.
भाजपा के तमाम नेता पूरे राजस्थान में लगातार चुनाव के मध्य नजर संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को बूस्ट अप करने के लिए जुटे हुए हैं. इसी कड़ी में आज नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रवासी प्रकोष्ठ की महत्वपूर्ण बैठक ली. बैठक का उद्देश्य है कि ऐसे राजस्थान के लोग जो अन्यत्र राज्यों में काम कर रहे हैं उनके वोट की कीमत समझते हुए उन्हें पार्टी के साथ जोड़कर पार्टी के पक्ष में मतदान करवाया जाए. भाजपा ने अपने प्रवासी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी को एक दिन की ट्रेनिंग देकर अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय कर दिया है साथ ही दूसरे राज्यों से राजस्थान में आए प्रमुख नेताओं को भी अपने अपने राज्यों के वोटर्स को पार्टी के समर्थन में जुटाने का आह्वान किया है.नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित प्रकोष्ठ के सभी सदस्य बैठक में शामिल हुए. मीडिया से बातचीत में राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि बीजेपी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है .आज 9 राज्यों के प्रवासियों के साथ चर्चा हुई है. प्रवासी वर्ग राजस्थान में डबल इंजन सरकार बनाने के लिए तैयार है. राठौड़ ने कहा की अंडर करंट धीरे-धीरे कांग्रेस को तबाह करने की और बढ़ रहा है. इस बार कांग्रेस की सबसे बड़ी शर्मनाक हार होगी.
राजस्थान में भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद सूची के लगातार साइड इफेक्ट सामने आ रहे हैं. कहीं पर स्थानीय स्तर पर विरोध और ताकत दिखाई जा रही है तो कहीं जयपुर में आकर बवाल मचाया जा रहा है. जिनका टिकट कटा है उनके समर्थकों द्वारा कई सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों का विरोध किया जा रहा है तो वहीं टिकट करने से नाराज नेता पार्टी पर टिकट बदलने का दबाव बना रहे हैं. वहीं पार्टी ने इस पूरे मामले पर अपना स्टैंड साफ कर दिया है. पहली सूची के 41 सीटों पर किसी भी प्रत्याशी को नहीं बदला जाएगा. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि एक बार छूटा हुआ तीर वापस नहीं लौटता. बीजेपी उन पार्टियों में से नहीं है जो इस उच्च स्तर पर हुए निर्णय पर बात करें अभी तक टिकट बदलने को लेकर कोई इंडिकेशन नहीं है. वही राठौड़ ने झोटवाड़ा सहित कई जगह बीजेपी प्रत्याशियों के हो रहे विरोध के सवाल पर कहा कि बीजेपी का कोई कार्यकर्ता पंच निष्ठाओं से बंधा हुआ है वो ऐसा काम नहीं कर सकता. बीजेपी कार्यकर्ताओं की आड़ में कांग्रेस के लोग ऐसा वातावरण बना रहे जो इसमें सफल नहीं होंगे
कुल मिलाकर पार्टी ने साफ कर दिया है कि यदि किसी को टिकट मिलने के बाद उसका टिकट वापस काटने की कहीं कोई चर्चा है तो यह महज अफवाह है. अब इसके बाद यह भी तय मानकर चलिए की अगली सूची जो भी आएगी उसमें भले ही एक दो वो वो नाम हो सकते है जिनका टिकट काटा है. लेकिन 41 की सूची जस की तस रहेगी.