गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर खुफिया एजेंसियों की निगरानी में होने के उनके दावों को लेकर निशाना साधा और कैंब्रिज में उनके वक्तव्य को प्रधानमंत्री के खिलाफ ‘‘निशाना साधने की आड़’’ में विदेशी जमीन पर ‘‘भारत को बदनाम करने का प्रयास’’ बताया.
सिलसिलेवार ट्वीट में भाजपा नेता ने राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान का बिन्दुवार जवाब दिया और दावा किया कि उसमें (राहुल के आरोपों में) कोई तथ्य नहीं है. शर्मा ने ट्वीट किया कि पहले विदेशी एजेंट हमें निशाना बनाते हैं. फिर हमारे अपने विदेशी जमीन पर हमपर निशाना साधते हैं. उन्होंने कहा कि कैंब्रिज में राहुल गांधी का वक्तव्य और कुछ नहीं बल्कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने की आड़ में विदेशी जमीन पर भारत को बदनाम करने का गलत प्रयास है.
कांग्रेस सांसद ने अपना फोन जांच के लिए नहीं सौंपा:
गांधी के बयान कि वह स्वतंत्र रूप से अपने विचार नहीं रख पा रहे हैं, इसलिए भारतीय लोकतंत्र के खतरे है’पर शर्मा ने ट्वीट किया है, तथ्य: वह 4,000 किलोमीटर लंबी यात्रा में मोदी सरकार द्वारा मुहैया करायी गयी सुरक्षा के बीच बिना किसी अप्रिय घटना के चले. क्या हमें उन्हें यह याद दिलाने की जरूरत है कि भाजपा नेताओं के नेतृत्व वाली यात्राओं को कांग्रेस की सत्ता में कैसे नुकसान पहुंचाया गया? राहुल गांधी के दावे ‘‘मेरे फोन में पेगासस था और एक अधिकारी ने उन्हें इसे लेकर सतर्क किया था, पर शर्मा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के कहने के बावजूद कांग्रेस सांसद ने अपना फोन जांच के लिए नहीं सौंपा.
ऋण संकट के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार:
शर्मा ने लिखा है, गहन जांच के बाद, उच्चतम न्यायालय ने निष्कर्ष निकाला की पेगासस का कोई साक्ष्य नहीं है. राहुल गांधी द्वारा ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ (बीआरआई) का उदाहरण देकर चीन की तारीफ करने पर असम के मुख्यमंत्री ने जवाब दिया है, तथ्य: बीआरआई आज कई देशों के ऋण संकट के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है. सोर्स-भाषा