हावेरी (कर्नाटक): कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार पर निशाना साधा और उस पर सरकारी कंपनियों के निजीकरण को बढ़ावा देने और देश में सरकारी नौकरियों की संख्या को कम करने का आरोप लगाया. गांधी ने यहां हावेरी जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर सरकार पर निशाना साधा. कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के प्रचार के लिए राज्य के दौरे पर आए गांधी ने आरोप लगाया कि एक-एक करके सरकारी कंपनियों का निजीकरण किया जा रहा है और सरकारी नौकरियां कम की जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तो उन्होंने कहा था कि हर साल दो करोड़ युवाओं को नौकरी दी जाएगी. (लेकिन) बेरोजगारी आज 40 साल में सबसे ज्यादा है. गांधी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में, सरकार को संस्थानों का निर्माण करना चाहिए था, लेकिन इसके बजाय उन सभी का निजीकरण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमें ऐसा हिंदुस्तान नहीं चाहिए, हमें बेरोजगार भारत नहीं चाहिए, हमें गरीब भारत नहीं चाहिए, हमें न्याय चाहिए. उन्होंने लोगों से चुनाव में कांग्रेस को कम से कम 150 सीटें (कुल 224 में से) देने की अपील की. गांधी ने कहा कि उन्हें (भाजपा को) 40 से ज्यादा सीटें मत दीजिए.
गांधी ने बसवराज बोम्मई सरकार के खिलाफ "40 प्रतिशत सरकार" के आरोप को दोहराया. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर को सत्ताधारी दल भाजपा द्वारा चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया गया क्योंकि वह भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हुए. शेट्टर हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए. इससे पहले बेलगावी जिले के रामदुर्ग में गन्ना किसानों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति उसके किसानों, मजदूरों और छोटे व्यवसायों की प्रगति पर निर्भर करती है.
गांधी ने कहा कि कर्नाटक और पूरे भारत में किसानों के साथ बातचीत से उन्हें ‘‘भ्रष्ट भाजपा शासन के चलते उनके लिए उत्पन्न दिक्कतों के बारे में जानकारी मिली, जिसका ध्यान केवल अपने दो-तीन मित्रों की मदद करने पर केंद्रित है. उन्होंने कहा कि किसानों और छोटे व्यवसायियों को संरक्षित और सशक्त किया जाना चाहिए, न कि भाजपा की जीएसटी जैसी त्रुटिपूर्ण नीतियों’’ के चलते उन्हें निशाना बनाया जाना चाहिए. गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी विकास की ऐसी कहानी लिखने के लिए प्रतिबद्ध है, जो सभी के लिए समृद्धि लाए. गांधी ने कहा कि कर्नाटक यह बदलाव लाने के लिए पूरी तरह तैयार है. सोर्स भाषा