इंफाल: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार से मणिपुर के अपने दो दिवसीय दौरे पर जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए लोगों से राहत शिविरों में मुलाकात करेंगे और नागरिक संगठनों से बातचीत करेंगे. पार्टी के अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
मणिपुर में तीन मई को शुरू हुई हिंसा के बाद से यह कांग्रेस नेता का पूर्वोत्तर के इस राज्य का पहला दौरा है. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बुधवार को कहा कि इंफाल पहुंचने के बाद राहुल गांधी चूड़ाचांदपुर जिले जाएंगे, जहां वह राहत शिविरों का दौरा करेंगे. इसके बाद वह विष्णुपुर जिले में मोइरांग जाएंगे और विस्थापित लोगों से बातचीत करेंगे.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी शुक्रवार को इंफाल में राहत शिविरों का दौरा करेंगे और बाद में कुछ नागरिक संगठनों से बातचीत करेंगे. मणिपुर में इस साल मई में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से 300 से अधिक राहत शिविरों में करीब 50,000 लोग रह रहे हैं. गौरतलब है कि मणिपुर में मेइती और कुकी समुदाय के बीच मई की शुरुआत में भड़की जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं:
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं. मणिपुर की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में रहती है. सोर्स- भाषा