नई दिल्लीः संसद में दिए राहुल गांधी के भाषण के कुछ हिस्सों को हटाये जाने पर अब उन्होंने पत्र लिखा है. नेता विपक्ष ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा है. राहुल ने कहा कि मैं स्तब्ध हूं कि मेरे भाषण के काफी हिस्से को कार्यवाही से हटा दिया गया है. मेरी सुविचारित टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा देना संसदीय लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है.
राहुल के भाषण पर हुए हंगामें के बाद लोकसभा के रिकॉर्ड से भाषणों के कुछ हिस्सों को हटाया गया है. राहुल गांधी के हिंदू हिंसक वाले बयान को हटाया गया है. अग्निवीर सेना की नहीं, PMO की योजना वाले बयान, और अडानी-अंबानी पर की गई टिप्पणी भी रिकॉर्ड से बाहर की गई.
ऐसे में लोकसभा रिकॉर्ड से कुछ हिस्से हटाने पर राहुल गांधी ने कहा कि सच्चाई को रिकॉर्ड से हटाया नहीं जा सकता. सच को दबाया नहीं जा सकता. सच्चाई, सच्चाई होती है, उसे मिटाया नहीं जा सकता है. जो कहना था वो मैंने कह दिया.
राहुल गांधी ने सोमवार को कहा था कि अग्निवीर को पूरी सच्चाई का पता है. अग्निवीर को पेंशन नहीं मिलती. अग्निवीर सेना की नहीं, PMO की स्कीम है. अग्निवीर को शहीद का दर्जा नहीं. अग्निवीर यूज एंड थ्रो मजदूर. अग्निवीर को सिर्फ 6 महीने की ट्रेनिंग है. उन्होंने कहा था कि हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा और भय खत्म करने की बात की है, लेकिन, जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वे केवल हिंसा, नफरत, असत्य की बात करते हैं.