जयपुर: अकसर आपने ट्रेन में सफर के दौरान सुरक्षा में तैनात RPF के जवानों के पास AK-47 जैसे ऑटोमेटिक हथियार देंखे होंगे लेकिन अब आपको जवानों के पास हथियार बदले बदले से नजर आएंगे. ट्रेन में RPF के जवानों के पास ऑटोमेटिक हथियार की जगह पिस्टल होगी. ये बदलाव रेलवे बोर्ड ने जयपुर मुम्बई एक्सप्रेस ट्रेन में RPF के जवान ने 4 लोगों की गोली मारकर हत्या करने की वारदात के बाद लिया.
जयपुर-मुंबई रेल में हुई वारदात के बाद रेलवे ने RPF फोर्स को लेकर कई तरह के बदलाव शुरू कर दिए है. इसकी शुरूआत रेलवे ने वेस्टर्न रेलवे और सेंट्रल रेलवे से की है. इन दोनों रेलवे ज़ोन में RPF जवानों के पास अब रेल में यात्रा के दौरान सेमी ऑटोमेटिक और ऑटोमेटिर हथियार नहीं होंगे. इन खतरनाक हथियारों की जगह अब जवानों को पिस्टल दी गई है.
देश में 17 रेलवे ज़ोन है. जयपुर उत्तर पश्चिम रेलवे या NWR ज़ोन में आता है. पिलहाल NWR समेत 15 रेलवे ज़ोन की RPF फोर्स की समीक्षा की जा रही है. RPF के उच्च अधिकारियों से बैठक के बाद बाकी के रेलवे ज़ोन को लेकर भी इस तरह की फैसला लिया जा सकता है. इस पूरे मामले को लेकर एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है जो आने वाले दिनों में सभी रेलवे ज़ोन को लेकर रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपेगी. दरअसल लंबी दूरी की रेलों में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर RPF के जवानों की तैनाती की जाती है. यात्रा के दौरान महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधा या फिर रास्ते में होने वाली किसी भी तरह की लूट को रोकने के लिए ट्रेन में हमेशा RPF के जवान मौजूद रहते है. इन जवानों के पास AK-47 से लेकर ऑटोमेटिक हथियार होते है. इन हथियारों से एक ट्रिगर में 30 राउंड तक फायक किए जा सकते है लेकिन जयपुर-मुंबई रेल में हुई वारदात के बाद रेलवे ने 2 रेलवे ज़ोन के हथियारों को बदल दिया है.
फायरिंग की घटना के बाद रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उच्च स्तरीय कमेटी तो बना दी ऐसे में देखनो ये है कि कमेटी की रिपोर्ट कब तक आती है और क्या क्या बदलाव आने वाले वक्त में देखने को मिल सकते है.
...फर्स्ट इंडिया न्यूज, के लिए जियाउद्दीन खान, (जयपुर)