बारिश ने खोली पोल, सवाई मानसिंह स्टेडियम में साउथ ब्लॉक के हालात बिगड़े, करोड़ों खर्च करने के बाद भी टपक रहा पानी

जयपुर: जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में आईपीएल आयोजन के लिए कराए गए करोड़ों रुपए के रिनोवेशन कार्यों की बारिश ने पोल खोल दी है. स्टेडियम के साउथ ब्लॉक में बनाई गई शेन वार्न गैलेरी मानसून की बारिश नहीं झेल पाई और जगह जगह पानी टपकने लगा है. फॉल सीलिंग उखड़ गई है और दीवारो सीलन आ गई है. यह ब्लॉक किसी भी समय धराशायी हो सकता है. वहीं खेल परिषद ने इस बारे में राजस्थान रॉयल्स को नोटिस जारी कर दिया है. अगर रॉयल्स इसको ठीक नहीं कराएगा, तो फिर खेल परिषद वसूली करेगा.

यह जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम का साउथ ब्लॉक है। इस ब्लॉक की सबसे वीआईपी गैलेरी है शेन वार्न गैलेरी. आईपीएल से पहले यहां पर करीब 9 करोड़ रुपए खर्च करके रिनोवेशन कार्य कराए गए थे, लेकिन मानसून की बारिश ने इन कार्यों की पोल खोल कर रख दी है. आईपीएल मैच खत्म होने के बाद बारिश के दौरान साउथ ब्लॉक टपकने लगा है. इतना ही नहीं यहाँ जो फॉल सीलिंग लगायी गई थी वह भी उखड़ गई है.

हाल-ए-स्टेडियम:
-करोड़ों के रिनोवेशन की बारिश ने पोल खोली
-एसएमएस स्टेडियम के साउथ ब्लॉक के बुरे हालात
-इसी ब्लॉक में खिलाड़ियों के पैवेलियन व शेन वार्न गैलेरी
-गैलेरी के हालात इतने विकट हो गए हैं कि वहाँ खड़ा रखना काफ़ी मुश्किल है
-क़रीब चार महीने पहले बनायी गई छत से पानी टपक रहा है
-फ़ॉल सीलिंग जगह जगह से उखड़ गई है, दीवारों पर सीलन आ गई
-ग्राउंड फ्लोर पर बने हॉल एवं दोनों ड्रेसिंग रूमों में पानी फर्श पर भर रहा है
-प्रथम तल पर बने हॉल की फॉल-सीलिंग गिर चुकी है, लाईटें लटक गई है
-वुडन फ्लोरिंग भी पूरी तरह से खराब हो चुका है
-शेनवॉर्न गैलेरी से  बारिश का पानी पूरी बिल्डिंग में टपक रहा है

खेल परिषद के अध्यक्ष नीरज पवन से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि IPL के दौरान राजस्थान रॉयल्स ने स्टेडियम के रिनोवेशन के लिए 9 करोड़ 85 लाख खर्च किए, इसमें तक़रीबन 2- 3 करोड़ रुपए का खर्चा साउथ ब्लॉक को फिर से तैयार करने के लिए लगाया गया. इस पूरे मामले को लेकर अब खेल परिषद ने राजस्थान रॉयल्स को नोटिस जारी किया है. यह पहला मौका नहीं है, जब जब आईपीएल मैच् होते है, रिनोेवेशन के नाम पर करोड़ो रुपए खर्च किए जाते हैं. कुछ महीनों बाद ही ये निर्माण कार्य खुद पोल खोल देते हैं कि काम की क्वालिटी क्या थी. खेल परिषद भी पूरी तरह राजस्थान रॉयल्स पर मेहरबान रहती है, इसलिए निर्माण कार्य के समय क्वलिटी जांचने की तकलीफ ही नहीं की जाती. शायद खेल परिषद को भी किसी बड़े हादसे का इंतजार है.