जयपुर: चुनावी साल में जहां हर वर्ग को तोहफे का इंतजार है तो वहीं थर्ड ग्रेड शिक्षक और डार्क जोन के शिक्षक लंबे अरसे से तबादले के लिए सरकार का मुंह ताक रहे हैं. इस बार फिर जून अंत और जुलाई के आसपास उन्हें तबादले के लिए फिर उम्मीद बंधी है.
डार्क जोन में लगे सरकारी शिक्षक दशकों से नई सुबह का इंतजार कर रहे हैं. इनके तबादले के लिए गहलोत सरकार ने नीति भी बना ली है. अब यह माना जा रहा है कि कैबिनेट से अनुमोदन बाद इसे लागू करके थर्ड ग्रेड शिक्षक और डार्क जोन में लगे शिक्षकों के लिए तबादलों की छूट मिल सकती है.
- लंबे समय से एक ही जगह जमे शिक्षकों को तबादले में मिल सकती तरजीह.
- शिक्षक पति पत्नी को एक ही जिले में तबादले को लेकर दी जा सकती तरजीह.
- विधवा, परित्यक्ता शिक्षिका को मिल सकती है तबादले में तरजीह.
- गंभीर रोग से ग्रसित शिक्षकों को मिल सकते है है तबादले में तरजीह.
- अब तक क्या हुई परेशानी ?
- 4 साल में तृतीय श्रेणी शिक्षकों को बहुत परेशानी भी झेलनी पड़ी
- पहले उनसे तबादले के लिए आवेदन ले लिए
- लेकिन बाद में प्रक्रिया वापस ले ली गई
- फिर ऑनलाइन आवेदन लिए गए.
- इसके बाद भी जब तबादले नहीं हुए और शिक्षक परेशान हुए.
- तब यह कहा गया कि इसके लिए पॉलिसी बन रही है जिसके अनुमोदन बिना तबादले नहीं होंगे.
- इससे भी काफी समय हो गया और तब से ही शिक्षक तबादले के लिए छूट का इंतजार कर रहे हैं.
- तबादला नीति के लिए पहले कुछ राज्यों की नीति का अध्ययन कराया गया अब उसके बाद नीति भी तैयार है और बस कैबिनेट की हरी झंडी का इंतजार है.
- सरकार के सामने अब दुविधा यह है कि नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने वाला है और अभी कुछ दिनों बाद छूट देने से शिक्षक तबादलों के फेर में लग जाएंगे.