Rajasthan Assembly Budget Session : आज से विधानसभा सत्र का आगाज, सियासत से लबरेज होने की संभावना; लंबे समय बाद 200 विधायक मौजूद

Rajasthan Assembly Budget Session : आज से विधानसभा सत्र का आगाज, सियासत से लबरेज होने की संभावना; लंबे समय बाद 200 विधायक मौजूद

जयपुर: आज से राज्य विधानसभा के बजट सत्र का आगाज हो रहा है. इसी सत्र में सीएम अशोक गहलोत अपनी सरकार का अंतिम बजट प्रस्तुत करेंगे. वहीं लंबे समय बाद विधानसभा 200 विधायक मौजूद होने के चलते कोई सीट खाली नहीं है. इससे पहले लगभग हर सत्र में कोई न कोई सीट खाली रहती है. सरदारशहर से अनिल शर्मा जीतकर विधानसभा पहुंच चुके हैं. पं. भवरलाल शर्मा के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी. 

वहीं इस विधानसभा सत्र में कई मसलों की गूंज सुनाई देगी. चुनावी साल है लिहाजा विपक्ष पीछे नहीं रहेगा. पेपर लीक, कांग्रेस विधायकों के इस्तीफो का मसला, सरकारी भर्ती, जिलों की मांग, बिजली संकट, बढ़ते अपराध के मामले, भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी, किसान कर्ज माफी समेत कई मामलों की गूंज सुनाई देगी. हंगामे के प्रबल आसार है. सत्ताधारी दल को पार्टी की आंतरिक फूट के चलते अपनों से भी जूझना पड़ सकता है. इसी सत्र के दौरान राइट टू हेल्थ बिल पर पुनर्विचार को लेकर प्रवर समिति की बैठक भी बुलाई गई है.

चुनावी साल में राजस्थान की मौजूदा कांग्रेस सरकार का ये अंतिम बजट है. विधानसभा के बजट सत्र मे सिलसिलेवार विभिन्न ज्वलंत मुद्दों की गूंज सुनाई देगी. प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी हंगामा बरपाने को तैयार है. लेकिन सबसे अधिक गूंज सुनाई देने वाली है पेपर लीक प्रकरण की. 

बीजेपी ही नही बल्कि पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सचिन पायलट ने भी पेपर लीक प्रकरण को लेकर अपनी सरकार को घेरने का काम किया है. उधर राज्यसभा सांसद और बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने पेपर लीक प्रकरण को लेकर 24 जनवरी को विधानसभा घेराव की की घोषणा की है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी इस मामले को लेकर विधानसभा और उसके बाहर सरकार को घेरने का काम करेगी युवाओं से जुड़े इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष के सदस्यों के तीखे तेवर भी सदन के अंदर देखने को मिल सकते हैं. कहा जा रहा है कि पेपर लीक प्रकरण को लेकर ही सर्वाधिक हंगामे के आसार बन रहे हैं. पूरे प्रकरण को लेकर सदन के अंदर सरकार की ओर से जवाब पेश किया जा सकता है.

सत्ताधारी दल कांग्रेस की रणनीति संभाल रहे रणनीतिकारों ने विपक्ष को जवाब देने के लिए हरावल दस्ता तैयार कर लिया है. हरावल दस्ते की कमान संसदीय कार्य मंत्री शांति कुमार धारीवाल के हाथों में होंगी. पूरा फ्लोर मैनेजमेंट संभालने का जिम्मा धारीवाल का कंधों पर होगा.

---विधानसभा में विपक्ष को जवाब देने के लिए कांग्रेस की हरावल फोर्स---

-----शांति धारीवाल... यूडीएच और संसदीय कार्य मंत्री 
- फ्लोर मैनेजमेंट की कमान रहेगी शांति धारीवाल के हाथों में
- वे सदन में सत्ता पक्ष के सेनापति की भूमिका में होंगे
- विपक्ष पर हमले बोलने में निपुण
- विपक्ष की रणनीति को कब भेद दे इस रणनीति का ज्ञान
- संसदीय कार्य मंत्री के तौर पर फ्लोर मैनेजमेंट की कमान

---गोविन्द सिंह डोटासरा... पीसीसी चीफ
- सत्तापक्ष के हरावल दस्ते में शुमार
- विपक्ष के प्रहारों को ध्वस्त करने की जिम्मेदारी
- तेज तर्रार और वाक पटु नेता की इमेज

---डॉ महेश जोशी... पीएचईडी मंत्री, मुख्य सचेतक
- कांग्रेस कैम्प के प्रमुख रणनीतिकार
- धारीवाल ने कूटनीतिक सहयोगी की भूमिका में होंगे 
- फ्लोर मैनेजमेंट में दक्ष

---महेन्द्र चौधरी... उप मुख्य सचेतक 
- सत्तापक्ष के युवा क्षत्रप
- फ्लोर मैनेजमेंट में अहम भूमिका
- कांग्रेस विधायकों को सब्जेक्ट बताने का जिम्मा 
- विधायकों की गिनती का जिम्मा

---प्रताप सिंह खाचरियावास... खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री 
- सत्तापक्ष के प्रमुख रणनीतिकार
- इनका जिम्मा विपक्षी धार को कुंद करना
- अच्छे स्पीकर कहे जाते है

---परसादी लाल मीणा... चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री
- सदन का अनुभव
- स्वास्थ्य जैसे महत्व पूर्ण विभाग की कमान
- सीएम गहलोत के विश्वस्त

---शकुंतला रावत... उद्योग और देवस्थान मंत्री
- हाजिर जवाब और बोलने में निपुण
- अपने विभाग पर बोलने में दक्ष

---ममता भूपेश... महिला बाल विकास मंत्री
- प्रखर वक्ता के तौर पर पहचान
- कांग्रेस के दलित महिला चेहरे के तौर पर पहचान
- विपक्ष के तीखे तेवरों का सामना करने की क्षमता

---गोविंद मेघवाल... आपदा राहत मंत्री
- विपक्षी हमलों को निस्तेज करने का जिम्मा देखेंगे
- सामाजिक मुद्दों पर बात रखने में माहिर

---सुभाष गर्ग... राज्य मंत्री
- वित्तीय मसलों पर सरकार की पैरवी करते नजर आएंगे
- नीतिगत मुद्दों पर बोलने में एक्सपर्ट
- आरएलडी कोटे से सरकार में मंत्री लेकिन गहलोत के ट्रबल शूटर

---राजेंद्र यादव... गृह और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री
- सत्ता पक्ष के हरावल दस्ते के नए चेहरे
- कानून व्यवस्था के मुद्दों पर विपक्ष के हमलों का जवाब देंगे

---अशोक चांदना... खेल और युवा मामलात मंत्री
- सरकार के मजबूत युवा चेहरों में अग्रणी
- मंत्री के तौर पर अब तक सदन में अच्छे परफॉर्मर
- सरकार की नीतियों को फ्रंट पर लाने का काम करेंगे

---टीकाराम जूली... सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री
- युवा दलित नेता की छवि
- फ्लैगशिप स्कीम्स पर बोलने में दक्षता हासिल
- विपक्षी प्रहारों का जवाब देने में निपुण

---संयम लोढ़ा... निर्दलीय विधायक
- मुख्यमंत्री के सलाहकार
- प्रखर वक्ता और विपक्ष के हमलों का जवाब देने में माहिर
- कांग्रेस की आइडोलॉजी पर बात रखने के लिए चर्चित

---डॉ राज कुमार शर्मा... कांग्रेस विधायक
-  मुख्यमंत्री के सलाहकार
- चिकित्सा, शिक्षा जैसे विषयों पर बोलने में पारंगत
- युवा चेहरे के तौर पर पहचान

---रोहित बोहरा विधायक
- कांग्रेस के नए और युवा चेहरों में गिनती
- वित्तीय मसलों पर सरकार का मत रखते है
-  विपक्षी हमलों का जवाब देने में दक्ष

---दानिश अबरार विधायक
- सीएम गहलोत के सलाहकार
- युवा चेहरे और कुशल वक्ता

विपक्षी दल बीजेपी के हरावल दस्ते ने सत्तापक्ष को सदन और सड़क के बाहर घेरने की रणनीति बना ली है. एक्सटेंशन मिलने की बात से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया प्रभावी भूमिका में दिखेंगे. 

----विधानसभा में भाजपा का हरावल दस्ता----

---गुलाब चंद कटारिया... नेता प्रतिपक्ष
- बजट पर सरकार को घेरने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे
- सदन में विपक्षी एकता का जिम्मा इनके पास
- हर विषय पर बोलने में प्रखर वक्ता
- आंकड़ों के साथ सरकार को घेरने में एक्सपर्ट

---राजेन्द्र राठौड़... उप नेता प्रतिपक्ष 
- फ्लोर मैनेजमेंट का दायित्व इनके जिम्मे
- सत्तापक्ष को घेरने की रणनीति बनाने का काम
- नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के प्रमुख सहयोगी
- सहयोगी दलों को साधने का भी जिम्मा

---सतीश पूनिया... बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष 
- बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के नाते प्रमुख जिम्मेदारी 
- विधायकों को ज्वलंत विषयों के प्रति सजग करना 
- ज्वलंत मसलों पर अपने धाराप्रवाह संबोधन से सत्तापक्ष को घेरना
- ओज पूर्ण वाणी से सबका ध्यान अपनी ओर खींचते है

---जोगेश्वर गर्ग... सचेतक बीजेपी विधायक दल
- COOL कस्टमर
- संसदीय गुणों में दक्ष
- ज्वलंत विषयों पर घेरने का जिम्मा 
- सामाजिक मसलों को उठाने में माहिर

---कालीचरण सराफ... वरिष्ठ भाजपा विधायक 
- विपक्षी कैम्प के प्रमुख रणनीतिकार
- ज्वलंत मुद्दे उठाने में माहिर
- शिक्षा और स्वास्थ विषयों पर पकड़

---मदन दिलावर... वरिष्ठ भाजपा विधायक 
- विपक्षी खेमे के हरावल सिपाही
- धारदार संबोधन से खलबली पैदा करने में महारथी
- सदन में विचार परिवार से जुड़े विषय उठाना

---वासुदेव देवनानी... वरिष्ठ भाजपा विधायक 
- सदन की फ्लोर कूटनीति में माहिर
- नीतिगत मसलों पर पकड़ के लिए चर्चित
- शिक्षा महकमे पर एक्सपर्ट


---अनिता भदेल... वरिष्ठ विधायक
- बीजेपी का प्रखर दलित चेहरा
- सामाजिक और महिला बाल विकास के मुद्दों पर पकड़

---रामलाल शर्मा... विधायक और बीजेपी प्रवक्ता
- कुशाग्र बुद्धि और बोलने में सक्षम
- विपक्षी फ्लोर मैनेजमेंट के हरावल दस्ते में शुमार

---पुष्पेंद्र सिंह बाली... वरिष्ठ विधायक
- विपक्षी रणनीति को धार देने का काम
- ऊर्जा विषय के एक्सपर्ट

---अशोक लाहोटी... विधायक
- युवा और तेज तर्रार चेहरा
- वित्तीय मसलों पर बोलने में एक्सपर्ट
- शहरी विकास की समस्या उठाने में माहिर

राजस्थान विधानसभा के मौजूदा सत्र में अशोक गहलोत अपने बजट रूपी जादुई पिटारे से सौगातों की बौछार करने की तैयारी में. विपक्षी और अपने नाराज नेताओं के हमलों का जवाब सीएम बजट से देने की तैयारी में है.