Rajasthan BJP: जिलों के पुनर्गठन को लेकर बीजेपी ने एक बार फिर गहलोत सरकार पर साधा निशाना, RTH बिल को लेकर भी किया जमकर घेराव

जयपुर: राजस्थान में नए जिलों के पुनर्गठन को लेकर बीजेपी ने एक बार फिर गहलोत सरकार पर निशाना साधा. उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश महामंत्री भजनलाल ने भाजपा का आगामी प्लान सामने रखा है. 

भाजपा मुख्यालय में दोनों नेताओं ने कहा कि सरकार ने बिना प्रशासनिक वैधता को पूरा किये ‍जिला बनाने की घोषणा कर दी. लैंड रेवेन्यू एक्ट में प्रावधान है कि जिले की सीमाओं के निर्धारण के बिना जिले घोषित नहीं किए जा सकते, मगर सरकार ने बिना सीमा निर्धारण के ही जिलों की घोषणा कर दी. राठौड़ ने कहा कि चर्चा इस बात की है कि कुचामन बहरोड़ और कोटपूतली बहरोड़ में से कौन जिला बनेगा ? दूदू ग्राम पंचायत को ही जिला बना दिया है. आज प्रदेश में 7 अलग-अलग शहर बंद हुए है. सुजानगढ़ कस्बा आज तीन दिन से बंद है. 

राठौड़ ने कहा कि जिस विधायक और मंत्री ने धमकी दी, उसके क्षेत्र को ही जिला बना दिया गया. यह सरकार अपने अंतर्विरोध के कारण विधायक दल की बैठक भी नहीं बुला सकी. पूर्व मुख्यमंत्री भी भी विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग कर रहे हैं. ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर राठौड़ ने कहा कि सीएम कहते है पूरे देश में ओपीएस स्कीम लागू होनी चाहिए. मगर 42 हजार करोड़ जो फण्ड में पड़ा है, उसके लिए केंद्र सरकार ने कहा दिया रूल के अनुसार रिफेंडबल नहीं है. ऐसे में कर्मचारी पैसा कहां से निकालेगा. इसलिए सरकार को अपने पास से जीपीफ खातों में पैसा डालना चाहिए.

राठौड़ ने राइट टू हेल्थ बिल को लेकर भी सरकार को घेरा:
राठौड़ ने राइट टू हेल्थ बिल को लेकर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की हड़ताल के चलते प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है. निजी हॉस्पिटल लगातार तीसरे दिन बंद है. आज मरीजों का जीवन संकट में सरकार को आगे बढ़कर डॉक्टर से बात कर कर इसका हल निकालना चाहिए. चिकित्सक जैसे प्रबुद्ध वर्ग पर दो बार लाठीचार्ज किया जो गलत है.

27 मार्च को जैसलमेर और प्रतापगढ़ से इसकी शुरुआत होगी:
प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान सरकार के खिलाफ बीजेपी की जन आक्रोश अभियान का अब दूसरा पड़ाव शुरू हो गया है. बीजेपी सरकार के खिलाफ जिला मुख्यालयो पर बड़े विरोध प्रदर्शन करेगी. 27 मार्च को जैसलमेर  और प्रतापगढ़ से इसकी शुरुआत होगी. इसके बाद लगातार हर जिले में जन आक्रोश सभा, रैलियां और प्रदर्शन होंगे.

जिलों में संगठन की बैठक में लेकर आलाकमान तक रिपोर्ट भी पेश करेंगे:
आगामी दिनों में भाजपा के प्रदेश स्तर के तमाम नेता अलग-अलग जिलों के दौरे पर जाएंगे और जन आक्रोश रैली और सभाओं और प्रदर्शनों के जरिए राज्य सरकार का तो विरोध करेंगे ही साथ ही जिलो में संगठन की बैठक में लेकर आलाकमान तक रिपोर्ट भी पेश करेंगे. देखना होगा कि एक तरफ कांग्रेस जहां अपनी घोषणाओं से अब आगामी दिनों के लिए आश्वस्त नजर आती है तो वहीं अब भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस को किस तरीके से घेरकर जनता को अपने समर्थन में करती है.