जयपुर: बिहार से सुर्खियों और विवादों में आई वोटर लिस्ट की विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया और वोटों की धांधली को लेकर कांग्रेस अब अलर्ट हो चुकी है.कांग्रेस को आशंका है कि बिहार के बाद अन्य राज्यों में भी यह प्रक्रिया लागू होगी.ऐसे में कांग्रेस ने अपने बूथ लेवल एजेंट को विशेष ट्रेनिंग देने का प्लान बनाया है.लिहाजा राजस्थान कांग्रेस ने 15 अगस्त के बाद अपने 52 हजार बूथ एजेंटों को ट्रेनिंग देने का फैसला किया है. कांग्रेस पार्टी ने इन दिनों वोटर लिस्ट में धांधली और बिहार की एसआईआर प्रक्रिया को लेकर सदन से लेकर सड़क तक मोर्चा खोल रखा है.
मामले को लेकर पूरी तरह से सियासत गर्माई हुई है.इसको लेकर एक तरफ जहां कांग्रेस विरोध-प्रदर्शन कर रही है तो दूसरी तरफ संगठन के स्तर पर भी अलर्ट हो गई है.कांग्रेस को आशंका है कि वोटर लिस्ट में धांधली पूरे देश में अंजाम दी गई है.साथ ही विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया सभी राज्यों में लागू हो सकती है.ऐसे में अब वोटर लिस्ट पर पैनी नजर रखने के लिए पार्टी ने अपने बूथ लेवल एजेंट यानि बीएलओ को खास ट्रेनिंग देने के निर्देश दिए हैं.लिहाजा राजस्थान कांग्रेस ने भी हाईकमान के निर्देश पर ट्रेनिंग प्रोग्राम जल्द शुरु करने का फैसला किया है.
वोटर लिस्ट में धांधली को लेकर कांग्रेस हुई अलर्ट:
-वोटर लिस्ट पर कांग्रेस अब रखेगी पैनी नजर
-इसके लिए कांग्रेस अपने बूथ एजेंट्स को देगी खास ट्रेनिंग
-कांग्रेस ने इसके लिए बूथ एजेंट्स की बनाई अब दो कैटेगरी
-जिला स्तर पर अब एक एक्सपर्ट बूथ एजेंट की हुई नियुक्ति
-वहीं दूसरी कैटेगरी में बूथों पर 52 हजार एजेंट की हुई नियुक्ति
-15 अगस्त के बाद बूथ एजेंट को दी जाएगी ट्रेनिंग
-पहले चरण में जिला स्तर के एजेंट्स को दी जाएगी ट्रेनिंग
-दूसरे चरण में जिला स्तर के एजेंट फिर 52 हजार बूथ एजेंट को देंगे ट्रेनिंग
दरअसल कांग्रेस ने बिहार और राहुल गांधी के खुलासे के बाद बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति में यह बड़ा बदलाव किया है.इससे पहले कांग्रेस में बूथ लेवल एजेंट नियुक्ति काम एक औपचारिकता के तौर पर होता था.सिर्फ चुनाव के वक्त ही कांग्रेस को ये एजेंट याद आते थे.कांग्रेस पार्टी अपने कमजोर बूथ मैनेजमेंट के चलते कई चुनावों में शिकस्त खा चुकी है.लेकिन अब कांग्रेस पार्टी ने अपनी इस कमजोरी को दुरुस्त करने का फैसला लिया है.इस बार पार्टी ने गंभीरता से बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति के काम को अंजाम दिया है.अब ट्रेनिंग के जरिए उन्हें वोटर लिस्ट में फर्जीवाड़े को पकड़ने और विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया के बारे में ट्रेंड किया जाएगा.साथ ही किसी दस्तावेज की कमी के चलते वोट नहीं कटे इसके बारे में भी जानकारी दी जाएगी.
वहीं आपको बता दे कि राजस्थान कांग्रेस की तरफ से सभी 52 हजार बूथ एजेंट की नियुक्ति का काम अब अंतिम स्टेज पर है.फिलहाल 200 विधानसभा सीटों में से 150 से ज्यादा सीटों पर बूथ एजेंट की नियुक्ति हो चुकी है.प्रदेश नेतृत्व का दावा है कि अगले एक हफ्ते में शेष विधानसभाओं में भी एजेंट की नियुक्ति कर दी जाएगी.कुल मिलाकर कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन के साथ पार्टी के भीतर भी वोटों की गड़बड़ी पर रोक लगाने की मजबूत कवायद में जुट गई है.