सुरा प्रेमियों के लिए बड़ी खबर: विदेशी लिकर के कई ब्रांड प्रदेश में होंगे उपलब्ध, RSBCL की ओर से लागू की जा रही नई व्यवस्था

जयपुर: प्रदेश के सुरा प्रेमियों के लिए जल्द ही विदेशी लिकर के एक साथ कई ब्रांड उपलब्ध होंगे. प्रदेश में पहली बार राजस्थान स्टेट ब्रेवरेज कॉर्पोरेशन (RSBCL) की ओर से होलसेल बॉण्ड्स की नई व्यवस्था लागू की जा रही है. 

दो वर्ष पहले प्रदेश में लागू की गई आबकारी नीति में बॉटलिंग इन ओरिजिन (BIO) होलसेल बॉण्ड्स इन राजस्थान की व्यवस्था लागू करने की घोषणा की गई थी. इस पर अमल करते हुए राजस्थान स्टेट ब्रेवरेज कॉर्पोरेशन की ओर से इस बॉण्ड के तहत फ्रेंचाइजी के लिए प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं. अब तक जयपुर के लिए तीन प्रस्ताव आरएसबीसीएल को मिल चुका हैं. इस नई व्यवस्था में विदेशी लिकर बीआईओ के कई ब्रांड प्रदेश के सुरा प्रेमियों को बाजार में उपलब्ध हो सकेंगे. आपको सबसे पहले बताते हैं कि विदेश में उत्पादित और वहीं बॉटलिंग वाली लिकर के ब्रांड की प्रदेश में उपलब्धता की मौजूदा व्यवस्था क्या है और क्यों होलसेल बॉण्ड्स की स्थापना की जरूरत है.

- विदेशों से आने वाली यह लिकर अधिकृत कंपनी के माध्यम से प्रदेश में आती है

- प्रदेश में इस लिकर के प्रोक्योरमेंट के लिए केवल RSBCL ही अधिकृत है

- RSBCL के माध्यम से यह लिकर दुकानों में सप्लाई की जाती है.

- इस व्यवस्था में लिकर के सीमित ब्रांड ही बाजारों में उपलब्ध हैं

- इनमें से भी कई नामी ब्रांड की लिकर पिछले कुछ समय से उपलब्ध नहीं हैं

- ऐसे में अन्य राज्यों से अवैध रूप से प्रदेश में विदेशी लिकर लाई जाती है

प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में बॉटलिंग इन ओरिजिन विदेशी लिकर के कई ब्रांड उपलब्ध कराने के लिए होलसेल बॉण्ड का मॉडल लागू किया जा रहा है. आपको बताते हैं यह मॉडल किस तरह काम करेगा और किस तरह सुरा प्रेमियों के लिए विभिन्न ब्रांड के विकल्प उपलब्ध होंगे

- कुल चार होलसेल बॉण्ड्स प्रदेश में स्थापित किए जाएंगे

- इनमें जयपुर जिले में चार और जोधपुर व उदयपुर जिले में दो-दो बॉण्ड्स होंगे

- इस मॉडल में RSBCL अपनी फ्रेंचाइजी निजी कंपनी को देगा

- फ्रेंचाइजी एग्रीमेंट पांच साल के लिए होगा

- इस एग्रीमेंट को अधिकतम दो साल के लिए बढ़ाया जा सकेगा

- एक्साइज होलसेल बॉण्ड के साथ उसी परिसर में कस्टम बॉण्ड होगा

- इनकी लोकेशन के लिहाज से एक्साइज होलसेल बॉण्ड के लिए आबकारी विभाग...

- और कस्टम बॉण्ड के लिए भारत सरकार के कस्टम विभाग से स्वीकृति लेनी होगी

- कस्टम बॉण्ड में कस्टम विभाग से स्वीकृति के बाद लिकर रखी जाएगी

- होलसेल बॉण्ड के लिए RSBCL आबकारी विभाग से लाइसेंस लेगा

- फ्रेजाइंजी कंपनी इस बॉण्ड की कॉ लाईसेंसी होगा

- हॉलसेल बॉण्ड से ही दुकानों पर लिकर की आपूर्ति की जाएगी

- दोनों बॉण्ड सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से RSBCL की निगरानी में होंगे

- इन बॉण्ड के परिसर में RSBCL की ओर से ऑफिसर इंचार्ज के तौर पर डिपो मैनेजर की नियुक्ति होगी

- बीआईओ ब्रांड की बेसिक प्राइस का तीन प्रतिशत हिस्सा फ्रेंचाइजी को दिया जाएगा

- फ्रेंचाईजी की ओर से कितने भी विदेशी ब्रांड के उत्पाद उपलब्ध कराने की छूट होगी

- फ्रेंचाईजी को बाजार और RSBCL की मांग के अनुसार माल उपलब्ध कराना होगा