जयपुर: प्रदेश की हाईटेक और अत्याधुनिक संसाधनों से लैस जेलों की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए पिछले दो साल में 27 कैदी फरार हो गए. हालांकि इनमें से सरकार ने 25 कैदियों को तो पकड़ कर वापस जेल में डाल दिया, लेकिन दो कैदी अभी भी फरार है.
बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने शुक्रवार को प्रश्नकाल में प्रदेश की जेलों की सुरक्षा को लेकर सवाल पूछा तो जवाब में कारागार मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि हमारे 4 साल के शासन में जेलों से कैदियों के भागने की सिर्फ 8 घटनाएं हुई है, आप के समय तो 11 घटनाएं हुई थी. दो वर्षो में कारागृह से फरार हुए बंदियों के संबंध में दोषी पाए गए अधिकारी व कर्मचारी के विरूद्ध कार्यवाही की गई.
जूली ने कहा कि जेलों की बाहरी सुरक्षा व्यवस्था हेतु आर.ए.सी की एक बटालियन जेलों पर तैनात की गई है. प्रहरियों के 527 एवं 276 पदों पर भर्ती के लिए स्वीकृति जारी की गई है, जिसके संबंध में कार्यवाही प्रक्रियाधीन है. कारागृहों पर सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित किए गए है. कारागृहों की बाहरी सुरक्षा के लिए वांच टावरों का निर्माण किया जा रहा है.
क्या जेलों में क्षमता से ज्यादा कैदी रखे जा रहे हैं ?
विधायक कालीचरण सराफ ने सरकारी सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कहा कि जेलों से कैदियों के भागने की पीछे क्या कारण है? क्या जेलों में क्षमता से ज्यादा कैदी रखे जा रहे हैं ? ऐसी जेल जहां पर कैदियों की संख्या ज्यादा है उन जिलों के विस्तार या फिर कैदियों को दूसरी जेलों में रखने को लेकर सरकार की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं होने के कारण ऐसी घटनाएं हो रही.