Rajasthan News: रोडवेज के बेड़े में नई बसें आने की फिर जगी उम्मीद, प्रबंधन ने दूसरी बार किया 590 नई बसों की खरीद का टेंडर; अगस्त में जारी हो सकता है वर्क ऑर्डर

जयपुर: राजस्थान रोडवेज में नई बसों की ख़रीद की उम्मीद फिर से जगी है. एक बार टेंडर निरस्त होने के बाद रोडवेज़ प्रबंधन ने नई बसों की ख़रीद के लिए फिर से टेंडर किए हैं.  

राजस्थान रोडवेज की बसों को राजस्थान की जनता के लिए लाइफलाइन माना जाता है. प्रदेश में आज भी लाखों की संख्या में लोग रोडवेज की बसों में सफर करते हैं, लेकिन बीते कुछ समय से रोडवेज बसों की संख्या लगातार कम होती जा रही हैं. जिस तेज़ी से बसें रूट आऊट हो रहीं हैं उस अनुपात में नई बसों की ख़रीद नहीं हो पा रही है. यही कारण हैं कि बसों का गणित गड़बड़ा गया है.

पिछले दिनों रोडवेज प्रबंधन 590 नई बसों की ख़रीद प्रकिया के काफ़ी पहुँच गया था लेकिन अधिक लागत आने के कारण ऐन मौक़े पर रोडवेज चेयरमैन ने टेंडर निरस्त कर दिए. अब अच्छी बात यह है कि टेंडर निरस्त होने के बाद फिर से इस ख़रीद के लिये टेंडर जारी किए गये हैं. रोडवेज़ MD नथमल डिडेल और उनकी टीम ने लगातार मेहनत करते हुए कम समय में ही फिर से टेंडर कर दिये हैं, रोडवेज चेयरमैन के निर्देशों के बाद इस बार के टेंडरों में कुछ सुधार किए गये हैं.

 

इसी महीने की 26 जुलाई को प्री बिड मीटिंग होगी टेंडर जारी होने के 30 दिन बाद  अगस्त के महीने में टेंडर खोले जाएँगे. उम्मीद जताई जा रही है अगस्त के महीने में ही नई बसों का वर्कऑर्डर दे दिया जाएगा. मौजूदा समय में रोडवेज़ की नई बसों का आना किसी संजीवनी से कम नहीं है क्योंकि रोडवेज में इस समय बसों की कमी का अभूतपूर्व संकट है. कई डिपो तो ऐसे हैं जहाँ नई बसों की तत्काल ज़रूरत है. 

नई बसों के लिए फिर से टेंडर होना इसलिए रोडवेज के लिए राहत की बात है क्योंकि रोडवेज़ में नई बसों की ख़रीद करना कभी इतना आसान नहीं रहा है. इससे पहले भी रोडवेज में इलेक्ट्रिक बसों के टेंडर निरस्त हो चुके हैं. कुछ ही समय बाद प्रदेश में चुनाव होने हैं ऐसे में अगर चुनाव प्रकिया शुरू होने से पहले टेंडर नहीं होते तो नई बसों की ख़रीद खटाई में पड़ सकती थी. लेकिन अब लग रहा है कि रोडवेज़ में नई बसों की ख़रीद जल्दी होगी और लोगों को राहत मिल सकेगी. अभी हर ज़िले में रोडबेज की बसें कम होने के कारण लोगों को डग्गेमार वाहनों में यात्रा करनी पड़ रही है. रोडवेज़ प्रबंधन की कोशिश है कि नई बसें आते ही इन्हें जल्द से जल्द आगारों को आवंटित किया जाये जिससे लोगों का आवागमन सुगम हो सके. 

- रोडवेज़ के बेड़े में नई बसें आने की फिर जगी उम्मीद

- रोडवेज प्रबंधन ने दूसरी बार किया 590 नई बसों की ख़रीद का टेंडर

- अगस्त में जारी हो सकता है नई बसों के लिए वर्कऑर्डर

- 340 ब्ल्यूलाईन बसों की होगी ख़रीद

- 150 नॉन AC स्टार लाइन बसों की होगी ख़रीद

- 100 नॉन AC स्लीपर बसों की होगी ख़रीद