जयपुर: विश्व पर्यावरण दिवस से पूर्व प्रदेशभर में पर्यावरण विभाग और प्रदूषण मंडल की ओर से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. शुक्रवार को प्रदूषण मंडल के अध्यक्ष नवीन महाजन ने मीडिया से रूबरू होते हुए मंडल द्वारा कराए जा रहे कार्य और औद्योगिक इकाइयों से जुड़े कार्यक्रमों को लेकर जानकारी दी.
राज्य मण्डल एवं LNMIIT के द्वारा 25 मई को ऑन-लाईन माध्यम से प्लास्टिक एवं ई-वेस्ट से जुड़े मुद्दों पर हैकाथॉन का आयोजन किया गया. इस आयोजन में इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट एवं स्टार्ट-अप संस्था से जुड़े प्रतिभागियों ने भाग लिया. इस आयोजन में वेस्ट मैनेजमेंट के बेहतर प्रबंधन से जुडे आइडियाज के विजेताओं को कुल रुपये 1.5 लाख राशि प्रदान की गयी साथ ही इन विजेताओं को LNMIIT के इन्क्यूबेशन सेंटर में मार्गदर्शन की सुविधा भी प्रदान की जावेगी.
प्रदूषण मंडल के अध्यक्ष नवीन महाजन ने बताया कि विभिन्न सेक्टरों के उद्योग प्रतिनिधियों के लिए कार्यशाला- राज्य मण्डल द्वारा दिनांक 24 मई से 31 मई तक विभिन्न सेक्टरों के उद्योग प्रतिनिधियों हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य के टेक्सटाइल. सी.ई.टी.पी., एस.टी.पी. हर्जास वेस्ट, प्लास्टिक वेस्ट ई-वेस्ट बायो मेडिकल वेस्ट, माईनिंग एवं स्टील उद्योगों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. कार्यशाला के दौरान प्रदूषण नियंत्रण की एडवांस टेक्नोलॉजी पर चर्चा की गई तथा उद्योग प्रतिनिधियों से इन तकनीकों द्वारा प्रदूषण नियंत्रण करने का आह्वान किया गया.
नवीन महाजन ने बताया कि श्वेत श्रेणी में मुख्य रूप से अप्रदूषणकारी उद्योग आते हैं, जिनको राज्य मण्डल से सम्मति लेने से छूट होती है. वर्ष 2016 में 47 प्रकार के उद्योगों को श्वेत श्रेणी में रखा गया था, जिन्हें अब बढ़ाकर 102 किया जा चुका है. राज्य मण्डल द्वारा उद्योगों को बेहतर पर्यावरण प्रबंधन हेतु प्रोत्साहित करने की दिशा में सी.ई.टी.पी. एवं एस.टी.पी. तथा इंडक्शन एवं री-हिटिंग फर्नेस के लिए पहली बार अवार्ड स्कीम जारी की गई है. सी.ई.टी.पी. एवं एस.टी.पी. हेतु अवार्ड स्कीम इसी वर्ष आरम्भ की गई जो कि हर दो वर्ष में एक बार होगी. इस स्कीम में विजेता सी.ई.टी.पी. को दो श्रेणियों में प्लेटिनम मेडल एवं 21 लाख रुपये इनाम दिया जावेगा.
इस स्कीम में विजेता इकाइयों को प्लेटिनम एवं गोल्ड मेडल प्रदान किये जावेगें:
इसी प्रकार विजेता एस.टी.पी. को प्लेटिनम एवं गोल्ड मेडल दिये जायेंगे साथ ही क्रमशः 21 लाख व 11 लाख रुपये राशि भी इनाम के रूप में दी जावेगी. इनाम राशि का उपयोग सी.ई.टी.पी. एवं एस.टी.पी. उन्नयन कार्य हेतु कर सकेंगे. इंडक्शन एवं री-हिटिंग फरनेस हेतु अवार्ड स्कीम इसी वर्ष आरम्भ की गई है जो कि प्रति वर्ष होगी. इस स्कीम में विजेता इकाइयों को प्लेटिनम एवं गोल्ड मेडल प्रदान किये जावेगें. प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक निर्माण करने वाली इकाइयों की विश्वसनीय सूचना देने पर सूचित करने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखकर उसे रूपये 5,000/- का इनाम प्रदान किया जावेगा.
वर्ष 2021 से अवार्ड दिये जा रहे:
सी.आई.आई. एवं राज्य मण्डल के संयुक्त प्रयासों से उद्योगों को ग्रीन रेटिंग स्कीम के तहत वर्ष 2021 से अवार्ड दिये जा रहे हैं. ये अवार्ड प्लैटिनम, गोल्ड, सिल्वर ब्रॉन्ज श्रेणियों में पर्यावरण अनुकूल प्रक्रिया से कार्यरत उद्योगों का विभिन्न रेटिंग पैरामीटर पर चयन कर दिये जाते हैं. हाल ही में इस स्कीम में कुछ परिवर्तन किये गये है.