जयपुर: राजस्थान में अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार शर्मा की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय, जयपुर में राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में सभी रेंजों के आईजी, पुलिस आयुक्तों, रेंज प्रभारियों तथा मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए,
सुबह 11:30 बजे शुरू हुई यह बैठक देर शाम तक चली, जिसमें प्रदेशभर के रेंज, जिलों और कमिश्नरेट की प्रगति रिपोर्ट, अपराध नियंत्रण के उपाय, लंबित जांचों की स्थिति और आमजन से जुड़े मामलों की समीक्षा की गई.बैठक की शुरुआत में अजमेर, बीकानेर, भरतपुर, जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर रेंज सहित जयपुर और जोधपुर कमिश्नरेट के कार्यकलापों पर चर्चा हुई. डीजीपी शर्मा ने स्पष्ट किया कि प्राथमिकता केवल अपराधों को कम करने की नहीं बल्कि केस निस्तारण की गुणवत्ता और आमजन की समस्याओं के संवेदनशील समाधान पर भी होनी चाहिए.बैठक में भविष्य की पुलिसिंग के स्वरूप पर भी मंथन हुआ. एडीजी अपराध दिनेश एमएन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग से अनुसंधान की गुणवत्ता बढ़ाने और दोषमुक्ति मामलों के विश्लेषण की योजना प्रस्तुत की. एडीजी ट्रैफिक लता मनोज ने राज्य की यातायात व्यवस्था सुधारने और नियमों की सख्ती से पालना सुनिश्चित करने पर जोर दिया. जयपुर रेंज आईजी श्री राहुल प्रकाश ने लेन ड्राइविंग अनुशासन लागू करने के प्रयासों की जानकारी साझा की.
साइबर क्राइम ब्रांच की ओर से डिजिटल अपराधों से निपटने की रणनीतियों, नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन और राष्ट्रीय डेटा प्रणालियों से पुलिसिंग को जोड़ने की आवश्यकता पर भी प्रस्तुतियां दी गईं. इस दौरान आईजी एससीआरबी अजय लांबा, आईजी सतर्कता प्रफुल्ल कुमार और डीआईजी साइबर क्राइम विकास शर्मा ने अपने विचार रखे.बैठक के अंतिम चरण में मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए. समापन पर डीजीपी शर्मा ने सभी रेंज प्रमुखों को लंबित मामलों को प्राथमिकता से निपटाने, नए कानूनों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने और आधुनिक तकनीक का अधिकतम उपयोग कर आमजन-केंद्रित पुलिसिंग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए.