राजस्थान पुलिस पूरी तरह सतर्क, पुलिस अधीक्षकों को विशेष निर्देश किए जारी, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर राजस्थान पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है. राज्यभर में 15 अगस्त को होने वाले समारोहों और आयोजनों के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को विशेष निर्देश जारी किए हैं. 

पुलिस मुख्यालय से जारी निर्देशों में संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने, संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान करने और होटल-धर्मशालाओं में सघन तलाशी अभियान चलाने पर जोर दिया गया है, पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर असामाजिक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं, ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था में कोई ढील नहीं बरती जाए. सभी पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिलों में उच्चस्तरीय सुरक्षा प्लान लागू करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके तहत होटल, धर्मशालाएं, गेस्ट हाउस और अन्य ठहरने के स्थानों पर विशेष चेकिंग की जाएगी. वहां ठहरने वाले व्यक्तियों के पहचान पत्र और रजिस्टर की गहन जांच होगी, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को समय रहते रोका जा सके.इसके अलावा, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य सार्वजनिक परिवहन स्थलों को भी विशेष सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा. इन जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा और सीसीटीवी कैमरों की निगरानी बढ़ाई जाएगी. यात्रियों के सामान की जांच के लिए मेटल डिटेक्टर और अन्य आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा. भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सादी वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे, जो किसी भी संदिग्ध हरकत पर तुरंत कार्रवाई करेंगे.   

पुलिस मुख्यालय ने यह भी निर्देश दिया है कि गश्त दल लगातार सक्रिय रहें और पेट्रोलिंग वाहनों की संख्या बढ़ाई जाए. इसके साथ ही, खुफिया इकाइयों को भी सतर्क किया गया है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की पूर्व सूचना मिल सके. जिलों में पुलिस कंट्रोल रूम को 24 घंटे अलर्ट मोड में रखा जाएगा, जिससे किसी भी सूचना पर तुरंत कार्रवाई हो सके.राज्य के प्रमुख शहरों—जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, बीकानेर और अजमेर में विशेष सुरक्षा बंदोबस्त किए जा रहे हैं.पुलिस अधिकारियों ने आमजन से भी अपील की है कि यदि उन्हें कोई संदिग्ध व्यक्ति, सामान या गतिविधि दिखे तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने या डायल 112 पर सूचना दें. उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था तभी सफल हो सकती है, जब इसमें नागरिक भी सक्रिय भागीदारी निभाएं.