Rajasthan Politics: ...तो क्या भाजपा में मचा अंदरूनी घमासान ? प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में वसुंधरा राजे के नहीं आने की चर्चा

जयपुर: पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) आज प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल नहीं हुई. अब इसको लेकर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या भाजपा में अंदरूनी घमासान मचा हुआ है ? वहीं कार्यसमिति की बैठक में राजे का अचानक से नहीं आने वाला घटनाक्रम शुक्रवार से जोड़कर देखा जा रहा है. 

कल पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया (Subhash Maharia) भाजपा में एंट्री हुई थी. उस कार्यक्रम में वसुंधरा राजे नहीं दिखीं. वो जयपुर में मौजूद रहने के उपरांत भी कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहीं. इसके साथ ही सीकर सांसद सुमेधानंद और किसान मोर्चा अध्यक्ष हरिराम रणवा भी अनुपस्थि रहे. सभी के अलग-अलग कारण भले ही गिनाए गए हो. लेकिन सभी की अनुपस्थिति को पार्टी के भीतर चल रहे घमासान से जोड़कर देखा जा रहा है. रोचक बात तो ये है कि जब पार्टी की ओर से महरिया की सदस्यता वाला आमंत्रण आया था उस वक्त कार्यक्रम में सतीश पूनिया का नाम मौजूद रहने वालों में नहीं था. प्रेस आमंत्रण में सिर्फ अरुण सिंह, सीपी जोशी और राजेंद्र राठौड़ का नाम था. हालांकि पूनिया बाद में कार्यक्रम में आ गए. 

आखिर जयपुर में होने के बाद भी क्यों नहीं आई वसुंधरा राजे?
कारण जो भी हो लेकिन सियासी गलियारों में इन बातों की खास चर्चा है. वसुंधरा राजे के कार्यसमिति में नहीं आने को लेकर कुछ लोग दलील दे रहे है कि तबीयत खराब होने की वजह से नहीं आई. लेकिन संभवत: महरिया की एंट्री में नहीं बुलाये जाने को लेकर कोई बात हो सकती है. क्योंकि अरुण सिंह से भई मीडिया द्वारा यही बात पूछी गई थी. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि आखिर जयपुर में होने के बाद भी क्यों नहीं आई वसुंधरा राजे? अरुण सिंह का जवाब था कि जरूरी नहीं सभी कोर कमेटी सदस्यों को बुलाया जाए.