जयपुर: जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल की जांच में एसओजी मुझे दोषी साबित नहीं कर पाई, जबकि सीएम गहलोत ने साढ़े तीन मिनट में मुझे अभियुक्त बना दिया. उनके इसी मानसिक स्तर से शायद कुछ लोग उन्हें जादूगर कहते हैं.
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अभियुक्त कौन है इसको जरा ध्यान से देखना चाहिए. बाड़मेर के पचपदरा से चुनाव लड़ने की जुगत में रहे कांग्रेसी नेता का नाम भी टटोल लेना चाहिए. सीएम ने मेरी राजनीतिक हत्या करने का प्रयास किया. क्या इसे व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने की कोशिश के रूप में देखा जाए ? क्या इसे अपने पुत्र की हार की खीझ मिटाने के प्रयास के रूप में देखा जाए ? उन्होंने कहा कि क्या सीएम का यह बयान पुलिस को इशारा समझा जाए ? सिर्फ सार्वजनिक मंचों से कीचड़ उछालने का प्रयास राजस्थान के सीएम ने किया है. एसओजी का दुरुपयोग करके गजेंद्र सिंह को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है.
खुद को मिली जेड सिक्योरिटी पर गजेंद्र शेखावत ने कहा कि सीएम ने इस सिक्योरिटी को भी मुझ पर बोलने के लिए हथियार बनाया... मैंने केंद्र से सुरक्षा नहीं मांगी थी. पंजाब प्रभारी होने के नाते सुरक्षा के आकलन के बाद सिक्योरिटी बढ़ाई गई. सीएम कहते हैं की एसओजी की गिरफ्तारी से बचने के लिए मेरी सिक्योरिटी बढ़ाई गई. मैं तो प्रदेश के हर हिस्से में जाता हूं. मैं चुनौती देकर कहता हूं. अगर किसी भी स्तर पर मैं दोषी पाया जाता हूं. तो एसओजी सिर्फ मुझे बोल दे. मैं खुद सहर्ष एसओजी के पास पहुंच जाऊंगा.
अगर आप जीत नहीं पाए तो उस पर लांछन लगाने में जुट जाएं:
शेखावत ने कहा कि जनता के आशीर्वाद की जलन इस कदर नहीं होनी चाहिए कि अगर आप जीत नहीं पाए तो उस पर लांछन लगाने में जुट जाएं. सैंकड़ों बादल भी अगर आ जाएं तो सूरज को उगने से कोई नहीं रोक सकता... गहलोत के खिलाफ मानहानि का केस करने का सवाल पर शेखावत ने कहा कि उन्होंने इसके लिए मुझे बहुत मौके दिए हैं. मैं उनके स्तर पर नहीं जाना चाहता. मैं अपने धैर्य की क्षमता परखने का प्रयास करूंगा.