जयपुर: प्रदेश भर के अधिकतर शहरी निकाय आमजन से जुड़े प्रकरणों के निस्तारण के मामले में फिसड्डी हैं. निकायों से संबंधित सेवाएं ऑनलाइन होने के बावजूद आमजन को अपने प्रकरणों के निस्तारण के लिए भटकना पड़ रहा है.
स्वायत्त शासन विभाग के सचिव रवि जैन ने पदभार ग्रहण करने के बाद प्रदेश भर के शहरी निकायों में लंबित प्रकरणों की हाल ही समीक्षा की थी. इस समीक्षा बैठक में निकायों के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश किया गया. इसमें सामने आया कि पट्टे जारी करने,नाम हस्तांतरण,एकमुश्त लीज प्रमाण पत्र,बिल्डिंग प्लान एप्रुवल,पुनर्गठन व उप विभाजन,फायर एनओसी जारी करने, फायर एनओसी नवीनीकरण करने,ट्रेड लाईसेंस जारीक करने आदि सेवाओं के प्रकरण निकायों में लंबे समय से लंबित हैं. इन सभी सेवाओं को पूरा करने के लिए अवधि निर्धारित है. इसके बावजूद बड़ी संख्या में प्रकरण ऐसे हैं, जिनके निस्तारण की निर्धारित अवधि बीत चुकी है. इसके बावजूद ये प्रकरण अब तक निकायों में लंबित हैं. एक जुलाई तक के आकड़ों के मुताबिक प्रदेश भर के निकायों में 4 लाख 5 हजार 534 प्रकरण प्राप्त हुए थे. इनमें से 74 हजार 424 लंबित प्रकरण ऐसे जिन्हें निस्तारण की अवधि बीत चुकी है. सबसे पहले आपको बताते हैं कि इन आकड़ों के मुताबिक निकायों में किस सेवा के कितने मामले लंबे समय से लंबित हैं.
--- प्रदेश भर के निकायों में पेडेंसी के हाल ---
-प्रदेश भर के निकायों में 1 लाख 62 हजार 682 पट्टे जारी करने के प्रकरण प्राप्त हुए थे
-इनमें से 59 हजार 803 प्रकरण ऐसे लंबित हैं जिनके निस्तारण की निर्धारित अवधि पहले ही बीत चुकी है
-इस तरह कुल प्राप्त पट्टे के प्रकरणों में से 36.76 प्रतिशत लंबित प्रकरण अवधि पार हो चुके हैं
-निकायों में 9 हजार 28 पुनर्गठन व उप विभाजन के प्रकरण प्राप्त हुए थे
-इनमें से 2 हजार 632 प्रकरण ऐसे लंबित हैं जिनके निस्तारण की निर्धारित अवधि पहले ही बीत चुकी है
-इस तरह पुनर्गठन व उप विभाजन कुल प्राप्त प्रकरणों में से 29.15 प्रतिशत लंबित प्रकरण अवधि पार हो चुके हैं
-निकायों में एकमुश्त लीज प्रमाण पत्र जारी करने के 213 प्रकरण प्राप्त हुए थे
-इनमें से 105 प्रकरण ऐसे लंबित हैं जिनके निस्तारण की निर्धारित अवधि पहले ही बीत चुकी है
-इस तरह एकमुश्त लीज प्रमाण पत्र जारी करने के प्राप्त कुल प्रकरणों में से 49.29 प्रतिशत लंबित प्रकरण अवधि पार हो चुके हैं
-निकायों में भवन मानचित्र स्वीकृत करने के 58 हजार 223 प्रकरण प्राप्त हुए थे
-इनमें से 4 हजार 443 प्रकरण ऐसे लंबित हैं जिनके निस्तारण की निर्धारित अवधि पहले ही बीत चुकी है
-इस तरह भवन मानचित्र स्वीकृति के प्राप्त प्रकरणों में से 7.63 प्रतिशत लंबित प्रकरण अवधि पार हो चुके हैं
-निकायों में स्ट्रीट वैण्डर रजिस्ट्रेशन के 1992 प्रकरण प्राप्त हुए थे
-इनमें से 528 प्रकरण ऐसे लंबित हैं जिनके निस्तारण की निर्धारित अवधि पहले ही बीत चुकी है
-स्ट्रीट वैण्डर रजिस्ट्रेशन के प्राप्त प्रकरणों में से 26.55 प्रतिशत लंबित प्रकरण अवधि पार हो चुके हैं
-निकायों में ट्रेड लाईसेंस जारी करने के 10 हजार 219 प्रकरण प्राप्त हुए थे
-इनमें से 358 प्रकरण ऐसे लंबित हैं जिनके निस्तारण की निर्धारित अवधि पहले ही बीत चुकी है
-इस तरह कुल प्राप्त पट्टे के प्रकरणों में से 3.50 प्रतिशत लंबित प्रकरण अवधि पार हो चुके हैं
-निकायों में 25 हजार 986 फायर एनओसी जारी करने के प्रकरण प्राप्त हुए थे
-इनमें से 855 प्रकरण ऐसे लंबित हैं जिनके निस्तारण की निर्धारित अवधि पहले ही बीत चुकी है
-फायर एनओसी जारी करने के कुल प्राप्त पट्टे के प्रकरणों में से 3.29 प्रतिशत लंबित प्रकरण अवधि पार हो चुके हैं
-निकायों में 1 लाख 12 हजार 481 नाम हस्तांतरण के प्रकरण प्राप्त हुए थे
-इनमें से 5 हजार 128 प्रकरण ऐसे लंबित हैं जिनके निस्तारण की निर्धारित अवधि पहले ही बीत चुकी है
-इस तरह कुल प्राप्त नाम हस्तांतरण के प्रकरणों में से 4.55 प्रतिशत लंबित प्रकरण अवधि पार हो चुके हैं
-निकायों में सीवर कनेक्शन के 3756 प्रकरण प्राप्त हुए थे
-इनमें से 386 प्रकरण ऐसे लंबित हैं जिनके निस्तारण की निर्धारित अवधि पहले ही बीत चुकी है
-इस तरह कुल प्राप्त पट्टे के प्रकरणों में से 10.29 प्रतिशत लंबित प्रकरण अवधि पार हो चुके हैं