Rajasthan Weather Update: बारिश-ओलों ने बढ़ाई किसानों की धड़कनें, इन जिलों में बारिश के साथ गिरेंगे ओले; जानिए बिगड़े मौसम का हाल

जयपुर: राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गुरुवार को कुछ हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि हुई. मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अगले एक सप्ताह मेघगर्जन के साथ कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश, अचानक तेज हवाएं व कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की प्रबल सम्भावना है. आज भी अल सुबह से ही प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश व तेज हवाओं का दौर जारी है. इसी के चलते किसानों की धड़कनें बढ़ी हुई है. 

प्रदेश में बारिश-ओलों से फसलों में नुकसान की आशंका जताई जा रही है. किसानों के सामने पक चुकी फसल को बचाने की चुनौती है. बारिश के बाद कई जगहों पर फसल पानी में तैरती भी नजर आई. विभाग ने भी फसलों के स्टोरेज की सलाह दी है. वहीं मौसम पलटने से दिन और रात का तापमान भी लुढ़का है. मौसम विभाग के अनुसार, जयपुर ग्रामीण के आसपास के क्षेत्र, सीकर, अलवर में गुरुवार शाम से ही तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश और कहीं-कहीं ओले पड़ने का दौर जारी है. 

राज्य में अगले एक सप्ताह ओलावृष्टि होने की प्रबल सम्भावना:
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राज्य के ऊपर बने नये तंत्र से गुरुवार को जयपुर के पश्चिमी व उत्तरी भागों, सीकर के पूर्वी भाग, व आसपास के क्षेत्रों में मध्यम से तीव्र दर्जे का थंडरस्टोर्म (बिजली कड़ने के साथ बारिश) गतिविधियां जारी है. यहां कहीं-कहीं अचानक तेज हवाओं के साथ, हल्के से मध्यम बारिश व ओलावृष्टि भी दर्ज की जा रही है. उन्होंने बताया कि राज्य में अगले एक सप्ताह मेघगर्जन के साथ कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश, अचानक तेज हवाएं व कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की प्रबल सम्भावना है. मौसम विभाग ने किसानों को सुझाव दिया है कि वो अपनी तैयार सरसों चना, जीरा व अन्य रबी फसलों की कटाई कर उनका सुरक्षित भंडारण कर लें.

कृषि उपज मंडियों में अनाज व जिंसो को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करने की सलाह दी गई:
विभाग की ओर से जारी परामर्श में कृषि उपज मंडियों में खुले में रखे हुए अनाज व जिंसो को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करने की सलाह दी गई है. वहीं रबि की फसलों में सिंचाई तथा किसी भी प्रकार का रासायनिक छिड़काव बारिश की गतिविधियों को ध्यान रखने को कहा गया है. विभाग ने अचानक तेज हवाओं से सोलर पेनल को नुकसान से बचाने हेतु आवश्यक उपाय करने का सुझाव दिया गया है.