राजस्थान में राज्यसभा के चुनाव, BJP की जीत लगभग मानी जा रही तय, एक सीट के लिए कई टिकट के दावेदार

जयपुर: राजस्थान में राज्यसभा चुनाव की सियासत शुरू हो गई है. एक सीट पर होगा राजस्थान में चुनाव में होगा.भाजपा बहुमत के अनुसार इस सीट को प्राप्त करना चाहेगी.एक सीट के जरिए बीजेपी किसी वरिष्ठ नेता को और या फिर जातीय क्षेत्रीय समीकरणों को साध सकती है.14 अगस्त से चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत होगी जरूरत पड़ने पर 3 सितंबर को वोटिंग होगी. संख्या बल के मद्देनजर बीजेपी निर्विरोध भी जीत सकती है. पहले ही पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव नहीं होने से विपक्षी दल को नुकसान हो चुका है.कांग्रेस के पास केवल 66 वोट ही है, जबकि बीजेपी के पास 100 से अधिक.

राजस्थान के राज्यसभा चुनाव भले ही एक सीट के लिए हो रहे है.मगर इस एक सीट पर टिकट चाहने वालों की संख्या बीजेपी में दर्जन भर है.पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया ,पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ प्रबल दावेदार.कोई नया चेहरा भी सामने आ सकता है.राजेंद्र राठौड़ और पूनिया का नाम लोकसभा चुनावों के भी संभावितों में था लेकिन टिकट नहीं मिल पाया.14 अगस्त से राज्यसभा के नोटिफिकेशन और नामांकन प्रक्रिया का आगाज हो जाएगा.इसके बाद आवश्यकता पड़ी तो सितंबर की 3 तारीख की मतदान होगा.कांग्रेस का या कोई निर्दलीय उम्मीदवार नहीं उतरा तो निर्विरोध रूप से बीजेपी का उम्मीदवार जीत जाएगा.

BJP का उम्मीदवार क्यों जीत सकता है निर्विरोध चुनाव:
-राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीट है
-लेकिन पांच सीट खाली हो चुकी है यहां विधानसभा उपचुनाव अभी होने शेष है
-आंकड़ों के अनुसार राज्यसभा चुनाव में जीत के लिए 99 वोट चहिए
-बीजेपी के पास 115 विधायक है और कांग्रेस के पास केवल 66 
-संख्या बल के हिसाब से बीजेपी की जीत तय लग रही 

राजस्थान से अभी राज्यसभा के सांसद:
-राजस्थान से राज्यसभा की 10 सीट है
-बीजेपी से राजेंद्र गहलोत
-चुन्नीलाल गरासिया, घनश्याम तिवारी 
-मदन राठौड़ है सांसद 
-कांग्रेस से सोनिया गांधी,रणदीप सुरजेवाला, नीरज डांगी 
-मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी सांसद है 

बीजेपी एक सीट पर चुनाव जीतते ही राजस्थान से राज्यसभा सांसदों की सूची में कांग्रेस के बराबर आ जाएगी.कांग्रेस ने राज्यसभा चुनावों में बाहरी नेताओं पर विश्वास अधिक जताया वही बीजेपी आलाकमान का भरोसा राजस्थान के नेताओं पर रहा.इतना ही नहीं खुद की पार्टी बनाकर और कांग्रेस में जा चुके घनश्याम तिवाड़ी को बीजेपी का टिकट देकर संदेश दिया जा चुका.ऐसे में उन कद्दावरों नेताओं की उम्मीदें परवान पर है जो अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं है. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ जल्द ही दिल्ली जाकर राजसभा को लेकर आलाकमान से विचार विमर्श कर सकते है. आखिर किसे टिकट दिया जाए.